कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि देशभर में एआई-आधारित फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम के लॉन्च के तहत यह अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली सभी एयरटेल मोबाइल और ब्रॉडबैंड ग्राहकों के लिए ऑटोमैटिक रूप से एक्टिवेट होती है। यह एसएमएस, व्हाट्सऐप, टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ईमेल और अन्य ब्राउज़रों पर भेजे गए लिंक को स्कैन और फ़िल्टर करती है।
यह तकनीक रियल टाइम थ्रेट इंटेलिजेंस (साइबर ख़तरों की तात्कालिक जानकारी) का इस्तेमाल करती है और रोज़ाना एक अरब से ज़्यादा यूआरएल का विश्लेषण करती है। किसी भी खतरनाक साइट पर पहुंचने से पहले यह सिस्टम महज 100 मिलीसेकंड में उसे ब्लॉक कर देता है।
दिल्ली एनसीआर में 43 दिनों के भीतर 35 लाख से अधिक यूज़रों को सफलतापूर्वक ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाया गया है। दिल्ली-एनसीआर को देश के सबसे अधिक डिजिटल रूप से विकसित राज्यों में गिना जाता है, लेकिन इसके साथ ही यहां ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाएं भी तेज़ी से बढ़ रही हैं । फ़्रॉड करने वाले अब फिशिंग लिंक, नकली डिलीवरी संदेश और जाली बैंक अलर्ट के ज़रिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। एयरटेल का यह समाधान एक डिजिटल सुरक्षा कवच का कार्य करता है और यूजरों को साइबर अपराध से बचा रहा है। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma
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