यामीन विकट, ठाकुरद्वारा। ठाकुरद्वारा के फरीदनगर गांव में रहने वाली महिला वकील शमीम जहां ने कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी 13 साल की नाबालिग बेटी सुहाना उर्फ दुआ फातिमा का अपहरण कर लिया गया है। यह दिल दहलाने वाला मामला 22 अगस्त 2025 को सामने आया, जब शमीम अपनी रोजमर्रा की तरह कचहरी में काम करने गई थीं। इस दौरान उनकी बेटी घर पर अकेली थी, और जब वह शाम को घर लौटीं तो जो नजारा देखा, उसने उनके होश उड़ा दिए।
खून के छींटों ने बढ़ाई चिंताशमीम जहां ने बताया कि वह सुबह करीब 10:30 बजे अपने बेटों जुनैर और जुबैर के साथ स्कूटी से कचहरी के लिए निकली थीं। उनके पति नुरे नबी भी अपने काम के लिए ठाकुरद्वारा गए थे। घर पर उनकी सास आमना बेगम, देवरानी जीनत और देवर शहजाद मौजूद थे। लेकिन जब वह शाम 8 बजे घर लौटीं, तो घर का दरवाजा खुला था और कमरे में खून जैसे दाग बिखरे पड़े थे। ये निशान बरामदे और सीढ़ियों तक फैले हुए थे। उनकी बेटी सुहाना कहीं नहीं मिली। घबराई शमीम ने पूरे घर, पड़ोस और रिश्तेदारों में बेटी को तलाशा, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला।
परिवार का बुरा हाल, पुलिस पर लापरवाही का आरोपशमीम ने बताया कि उनकी सास, देवरानी और देवर भी सुहाना के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दे पाए। 13 साल की मासूम सुहाना के गायब होने से पूरा परिवार सदमे में है। शमीम को डर है कि उनकी बेटी के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। उन्होंने उसी दिन (22 अगस्त 2025) कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज की। बाद में उन्हें पता चला कि उनकी देवरानी जायदा बेगम, उनकी बेटी मुस्कान और मोहल्ला नई बस्ती के सलमान समेत कुछ अन्य लोगों ने मिलकर उनकी बेटी का अपहरण किया है। पुलिस ने 6 नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस की लापरवाही से गुस्साठाकुरद्वारा के फरीदनगर गांव में रहने वाली महिला वकील शमीम जहां ने कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी 13 साल की नाबालिग बेटी सुहाना उर्फ दुआ फातिमा का अपहरण कर लिया गया है। यह दिल दहलाने वाला मामला 22 अगस्त 2025 को सामने आया। pic.twitter.com/DuPPneh09V
— UPUKLive (@UpukLive) August 24, 2025
जब शमीम ने अपनी बेटी की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस से बात की, तो जांच कर रहे दरोगा ने कहा, “तुम्हारा अकेला मामला नहीं है, हमारे पास और भी बहुत काम हैं।” इतना ही नहीं, जब शमीम ने अपने सीनियर वकील के जरिए दरोगा से बात कराई, तो दरोगा ने उनके साथ भी बदतमीजी की। इस घटना से नाराज दर्जनों वकीलों ने कोतवाली का घेराव किया और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। वकीलों ने जल्द से जल्द सुहाना की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस दौरान मोहम्मद तकी सिद्दीकी, सईद अहमद फारुखी, नरेंद्र सिंह चौधरी, मनोज पाल, नवीन यादव, पंकज चोरावल, निसर खान, रिजवान खान, महमूद खान, शाकिर अली जैसे कई वकील मौजूद रहे।
You may also like
धारः केन्द्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर ने बदनावर में 16 करोड़ की विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण
मप्र का महू बनेगा सैन्य रणनीति का केंद्र, रक्षा मंत्री, सीडीएस व सेनाध्यक्ष होंगे शामिल
बिहार में लोन वसूली से शुरू हुआ अनोखा प्रेम कहानी
पूजा पाल के आरोप निराधार, उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी : जूही सिंह
संविधान संशोधन विधेयक असंवैधानिक, राजनीतिक भ्रष्टाचार को देगा बढ़ावा: प्रियंका कक्कड़