राकेश पाण्डेय
लखनऊ की एक अदालत ने देश की मशहूर न्यूज़ एंकर और आज तक चैनल की पत्रकार अंजना ओम कश्यप के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। कोर्ट ने उनके खिलाफ परिवाद दर्ज करने का आदेश दे दिया है। यह कार्रवाई आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की शिकायत के बाद हुई है। ठाकुर का कहना है कि अंजना ने अपने एक टीवी शो में ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाया। आइए, जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी।
क्या है पूरा मामला?अमिताभ ठाकुर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि 14 अगस्त 2025 को आज तक के लोकप्रिय शो ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ में अंजना ओम कश्यप ने ‘भारत विभाजन का मकसद पूरा क्यों नहीं हुआ’ शीर्षक के तहत गलत और भ्रामक जानकारी दी। ठाकुर का दावा है कि इस शो में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जिससे समाज में वैमनस्य फैलने का खतरा बढ़ गया। उनके मुताबिक, इस तरह की पत्रकारिता से देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंच सकता है।
कोर्ट ने क्या किया?लखनऊ की न्यायिक मजिस्ट्रेट तृतीय की अदालत ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया। कोर्ट ने शिकायत को स्वीकार करते हुए अंजना ओम कश्यप के खिलाफ परिवाद दर्ज करने का आदेश दिया। मामले की अगली सुनवाई के लिए 30 सितंबर 2025 की तारीख तय की गई है, जब वादी अमिताभ ठाकुर का बयान दर्ज किया जाएगा। शिकायत में भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 (धर्म के आधार पर समूहों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देना) और धारा 197 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत कार्रवाई की मांग की गई है।
आगे क्या होगा?यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है। न्यूज़ चैनल और पत्रकारिता की जिम्मेदारी पर सवाल उठ रहे हैं। क्या अंजना ओम कश्यप के खिलाफ कोर्ट में ये आरोप साबित होंगे? या फिर यह मामला और नया मोड़ लेगा? 30 सितंबर को होने वाली सुनवाई से इस मामले में नई जानकारी सामने आ सकती है। तब तक यह खबर सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनलों पर गर्म रहने वाली है।