Next Story
Newszop

Cortisol Test : Stress का असली कारण Cortisol? पढ़ें Test Timing और Normal Range की पूरी डिटेल

Send Push

Cortisol Test : क्या आपने कभी तनाव हार्मोन के बारे में सुना है? इसे कोर्टिसोल कहते हैं। ये एक ऐसा हार्मोन है जो हमारी किडनी के ऊपर मौजूद एड्रिनल ग्रंथियों में बनता है। इसे तनाव हार्मोन इसलिए कहा जाता है क्योंकि तनाव के समय कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है।

तनाव से निपटने के अलावा, कोर्टिसोल शरीर में कई महत्वपूर्ण कामों को नियंत्रित करता है। इसमें ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ऊर्जा संतुलन और मेटाबॉलिज्म शामिल हैं। अगर कोर्टिसोल का काम बाधित हो जाए, तो शारीरिक या मानसिक तनाव के दौरान शरीर स्थिरता बनाए रखने में असमर्थ हो सकता है।

कोर्टिसोल क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

कोर्टिसोल एक स्टेरॉयड हार्मोन है। अगर इसका स्तर बहुत ज्यादा या बहुत कम हो जाए, तो स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ज्यादा कोर्टिसोल के कारण वजन बढ़ना, हाई ब्लड प्रेशर, चिंता और नींद की गड़बड़ी हो सकती है। वहीं, कम कोर्टिसोल से थकान, मांसपेशियों में कमजोरी और निम्न रक्तचाप की शिकायत हो सकती है। इसलिए, कोर्टिसोल का संतुलन बनाए रखना स्वास्थ्य, हार्मोनल संतुलन और अच्छे जीवन के लिए जरूरी है।

कोर्टिसोल टेस्ट क्या है?

कोर्टिसोल टेस्ट एक मेडिकल जांच है जिसमें व्यक्ति के कोर्टिसोल स्तर को मापा जाता है। चूंकि दिनभर में तनाव का स्तर बदलता रहता है, इसलिए इस टेस्ट से डॉक्टर यह पता लगाते हैं कि एड्रिनल ग्रंथियां ठीक काम कर रही हैं या नहीं। यह टेस्ट यह बता सकता है कि शरीर में कोर्टिसोल बहुत ज्यादा बन रहा है (जो कुशिंग सिंड्रोम की ओर इशारा करता है) या बहुत कम (जो एडिसन रोग या एड्रिनल अपर्याप्तता की ओर इशारा करता है)।

डॉक्टर आमतौर पर तब इस टेस्ट की सलाह देते हैं जब आपको बिना कारण थकान, वजन बढ़ना या कम होना, हाई ब्लड प्रेशर या हार्मोनल बदलाव जैसे लक्षण दिखें। यह टेस्ट खून, 24 घंटे के मूत्र संग्रह या लार के नमूने के जरिए किया जा सकता है, जो बीमारी के आधार पर निर्धारित होता है। कोर्टिसोल टेस्ट तनाव और अंतःस्रावी विकारों को जल्दी पकड़ने में मदद करता है।

कोर्टिसोल टेस्ट के प्रकार कोर्टिसोल ब्लड टेस्ट

यह सबसे आम टेस्ट है। इसमें आपकी बांह की नस से खून का नमूना लिया जाता है ताकि कोर्टिसोल स्तर की जांच हो सके।

सीरम कोर्टिसोल टेस्ट

यह टेस्ट खून के सीरम में कोर्टिसोल की मात्रा को मापता है। इसे आमतौर पर सुबह किया जाता है जब कोर्टिसोल का स्तर सबसे ज्यादा होता है।

सुबह का कोर्टिसोल टेस्ट

कोर्टिसोल का स्तर सुबह (6-8 बजे) सबसे ज्यादा होता है। इसलिए डॉक्टर सटीक परिणाम के लिए सुबह का टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं।

ACTH स्टिमुलेशन टेस्ट

यह टेस्ट एड्रिनल ग्रंथियों की एड्रिनोकोर्टिकोट्रोपिक हार्मोन (ACTH) के प्रति प्रतिक्रिया को मापता है। यह एड्रिनल अपर्याप्तता और पिट्यूटरी रोग का निदान करता है।

लार और मूत्र कोर्टिसोल टेस्ट

लार टेस्ट रात में कोर्टिसोल स्तर की जांच के लिए ज्यादा उपयोगी है, जब इसका स्तर सबसे कम होना चाहिए। 24 घंटे का मूत्र टेस्ट दिनभर में कोर्टिसोल उत्पादन को दर्शाता है। ये टेस्ट छिपे हुए एड्रिनल रोगों को पकड़ने में मदद करते हैं।

डॉक्टर कोर्टिसोल टेस्ट क्यों करवाते हैं?

डॉक्टर निम्नलिखित लक्षणों के आधार पर कोर्टिसोल टेस्ट की सलाह दे सकते हैं:

  • बिना कारण थकान या कमजोरी
  • असामान्य वजन बढ़ना या घटना
  • अनियमित मासिक धर्म या बांझपन
  • लगातार तनाव, चिंता या अवसाद
  • हाई ब्लड प्रेशर जो इलाज से नियंत्रित न हो
  • एडिसन रोग या कुशिंग सिंड्रोम के लक्षण
कोर्टिसोल टेस्ट की प्रक्रिया और समय

तैयारी: आपको कुछ दवाइयां (जैसे स्टेरॉयड) टेस्ट से पहले बंद करनी पड़ सकती हैं। हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।
खून का नमूना: बांह की नस से लिया जाता है, आमतौर पर सुबह।
टेस्ट का समय: टेस्ट में कुछ मिनट लगते हैं।
समय: कोर्टिसोल सुबह सबसे ज्यादा और आधी रात को सबसे कम होता है। इसलिए सुबह का टेस्ट आम है, या दिनभर में कई नमूने लिए जा सकते हैं।

कोर्टिसोल टेस्ट का सामान्य स्तर

कोर्टिसोल का स्तर दिन के समय के साथ बदलता है। सामान्य स्तर हैं:

  • सुबह (6-8 बजे): 5 से 23 माइक्रोग्राम/डीएल
  • दोपहर (लगभग 4 बजे): 3 से 13 माइक्रोग्राम/डीएल
  • रात (आधी रात): 5 माइक्रोग्राम/डीएल से कम

लैब के आधार पर ये मान थोड़े भिन्न हो सकते हैं। हमेशा अपने डॉक्टर के साथ परिणाम की व्याख्या करें।

भारत में कोर्टिसोल टेस्ट की कीमत

भारत में कोर्टिसोल टेस्ट की कीमत लैब और शहर के आधार पर बदलती है। अनुमानित कीमतें हैं:

  • सीरम कोर्टिसोल टेस्ट: 500-900 रुपये
  • सुबह का कोर्टिसोल टेस्ट: 600-1,000 रुपये
  • ACTH स्टिमुलेशन टेस्ट: 1,500-3,000 रुपये
  • 24 घंटे का मूत्र टेस्ट: 800-1,200 रुपये
  • लार कोर्टिसोल टेस्ट: 700-1,200 रुपये

(कीमतें स्थान और डायग्नोस्टिक सेंटर के आधार पर भिन्न हो सकती हैं)

कोर्टिसोल टेस्ट से निदान होने वाली बीमारियां कुशिंग सिंड्रोम

ज्यादा कोर्टिसोल के कारण होता है, जिससे वजन बढ़ना, गोल चेहरा, हाई ब्लड शुगर और हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है।

एडिसन रोग

कम कोर्टिसोल के कारण होता है, जिससे थकान, वजन कम होना, त्वचा पर काले धब्बे और निम्न रक्तचाप हो सकता है।

तनाव और एड्रिनल विकार

लगातार तनाव या पिट्यूटरी ग्रंथि की समस्याएं भी कोर्टिसोल संतुलन को प्रभावित कर सकती हैं।

कोर्टिसोल टेस्ट से जुड़े सवाल

क्या खून का टेस्ट कोर्टिसोल जांचने के लिए काफी है?
हां, लेकिन कभी-कभी पूरी तस्वीर के लिए लार या मूत्र टेस्ट की भी जरूरत पड़ सकती है।

कोर्टिसोल टेस्ट की तैयारी कैसे करें?
तनाव से बचें, डॉक्टर की सलाह मानें और टेस्ट से पहले कुछ दवाइयां (जैसे स्टेरॉयड) न लें।

क्या कोर्टिसोल टेस्ट घर पर हो सकता है?
हां, लार और मूत्र के लिए घरेलू टेस्ट किट उपलब्ध हैं। लेकिन खून का टेस्ट आमतौर पर लैब में होता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने या अपने आहार में बदलाव करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या डायटिशियन से सलाह लें।

Loving Newspoint? Download the app now