केरल में Onam 2025 का त्योहार जोश और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस बार 6 सितंबर 2025 को ओणम की धूम पूरे राज्य में देखने को मिल रही है। रंग-बिरंगे पुष्पमालाओं, स्वादिष्ट साध्या भोजन और पारंपरिक नृत्यों के साथ-साथ केरल की सड़कों और मैदानों में लोकल गेम्स का रोमांच भी चरम पर है। ये खेल न सिर्फ मनोरंजन का साधन हैं, बल्कि स्थानीय संस्कृति और एकता का प्रतीक भी हैं। आइए, जानते हैं कि इस ओणम पर कौन से खेल सुर्खियां बटोर रहे हैं और कौन सी टीमें सबसे मजबूत मानी जा रही हैं।
वलमकली: नावों की रेस में रोमांचकेरल का सबसे मशहूर खेल वलमकली यानी स्नेक बोट रेस इस ओणम पर भी लोगों का दिल जीत रहा है। अलाप्पुझा और कोट्टायम की नदियों में सैकड़ों नाविक अपनी ताकत और एकजुटता का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बार कोट्टायम की “करुवट्टा किंग्स” और अलाप्पुझा की “नेहरू ट्रॉफी वॉरियर्स” के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। करुवट्टा किंग्स ने पिछले साल का खिताब जीता था, लेकिन नेहरू ट्रॉफी वॉरियर्स अपनी नई रणनीति और तेज गति के साथ मैदान में उतरे हैं। स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों ही इस रेस को देखने के लिए नदी किनारे जमा हो रहे हैं।
तलप्पंथुकली: गेंद का जादूतलप्पंथुकली, केरल का पारंपरिक गेंद वाला खेल, इस बार त्रिशूर और पलक्कड़ में खूब खेला जा रहा है। यह खेल वॉलीबॉल जैसा है, लेकिन इसमें स्थानीय नियम और जोश इसे खास बनाते हैं। पलक्कड़ की “थंडरबोल्ट्स” टीम अपनी तेज सर्विस और शानदार डिफेंस के लिए जानी जाती है, जबकि त्रिशूर की “लायन्स ऑफ ओणम” ने इस बार युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। दर्शकों का कहना है कि दोनों टीमें बराबर की टक्कर दे रही हैं, लेकिन थंडरबोल्ट्स का अनुभव उन्हें थोड़ा आगे रखता है।
कबड्डी और कुश्ती: देसी जोश का जलवाओणम के मौके पर ग्रामीण इलाकों में कबड्डी और कुश्ती जैसे देसी खेल भी खूब लोकप्रिय हैं। कोझिकोड और मलप्पुरम में कबड्डी के मुकाबले आयोजित किए जा रहे हैं, जहां “मलप्पुरम मावेरिक्स” और “कोझिकोड क्रूसेडर्स” के बीच रोमांचक भिड़ंत हो रही है। मलप्पुरम की टीम अपनी चपलता के लिए मशहूर है, जबकि कोझिकोड की टीम में अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं। दूसरी ओर, कुश्ती में स्थानीय पहलवानों ने दंगल में अपनी ताकत दिखाई। खासकर, वायनाड के एक युवा पहलवान, अर्जुन नायर, ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा है।
कौन बनेगा विजेता?इस ओणम पर केरल के स्थानीय खेलों में प्रतिस्पर्धा चरम पर है। हर जिले की टीमें अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। वलमकली में करुवट्टा किंग्स और नेहरू ट्रॉफी वॉरियर्स के बीच कड़ा मुकाबला है, जबकि तलप्पंथुकली में थंडरबोल्ट्स का पलड़ा भारी लग रहा है। कबड्डी और कुश्ती में भी युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण दर्शकों को रोमांचित कर रहा है। स्थानीय लोग अपनी-अपनी टीमों के लिए जोर-शोर से चीयर कर रहे हैं। अब देखना यह है कि इस ओणम का ताज किस टीम के नाम होगा।
ओणम की रौनक और खेलों का जादूओणम सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि केरल की संस्कृति और एकता का उत्सव है। इन खेलों के माध्यम से न सिर्फ स्थानीय प्रतिभाएं सामने आती हैं, बल्कि पर्यटकों को भी केरल की जीवंत संस्कृति का अनुभव होता है। अगर आप इस ओणम केरल में हैं, तो इन खेलों को जरूर देखें और इस उत्साह का हिस्सा बनें।
You may also like
नेपाल के 'जेन ज़ी' आंदोलन में 19 लोगों की मौत के बाद देश के गृह मंत्री ने दिया इस्तीफ़ा
तालाब में डूबने से बालिका की मौत
विन्ध्याचल रेलवे स्टेशन का नाम बदला, अब होगा विन्ध्याचल धाम रेलवे स्टेशन
हरिद्वार-मोतीचूर रेल मार्ग पर पहाड़ के भारी टुकड़े व पेड़ गिरने से मुरादाबाद रेल मंडल की 17 रेलगाड़ियां प्रभावित
राजा बोला 'सभी` बुजुर्गों को राज्य से निकाल दो युवक ने पिता को तहखाने में छिपा लिया फिर..