GTS : देश की जनता के लिए बड़ी राहत की खबर! सरकार ने जीएसटी नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर लगने वाला टैक्स पूरी तरह से हटा दिया है। इसके साथ ही, रोजमर्रा की जरूरतों वाली चीजों जैसे दूध, रोटी, और कुछ अन्य अनाज पर भी जीएसटी से छूट दे दी गई है। यह फैसला आम लोगों की जेब पर बोझ कम करने और बुनियादी जरूरतों को सस्ता करने के लिए लिया गया है। आइए, इस बदलाव को विस्तार से समझते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस पर राहतहेल्थ इंश्योरेंस पर अब तक 18% जीएसटी लगता था, जिसके कारण प्रीमियम की राशि बढ़ जाती थी। खासकर मध्यम वर्ग और बुजुर्गों के लिए यह एक बड़ी समस्या थी। अब सरकार ने इस टैक्स को पूरी तरह खत्म कर दिया है। इसका मतलब है कि अब हेल्थ इंश्योरेंस लेना पहले से सस्ता होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस कदम से ज्यादा लोग स्वास्थ्य बीमा लेने के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिससे देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी।
दूध और रोटी हुए सस्तेरोजमर्रा की जिंदगी में जरूरी चीजों को और किफायती बनाने के लिए सरकार ने दूध, रोटी, और कुछ अन्य अनाज जैसे गेहूं और चावल को जीएसटी से मुक्त कर दिया है। पहले इन चीजों पर 5% से 12% तक टैक्स लगता था, जिसके कारण इनके दाम बढ़ जाते थे। अब इस छूट से आम लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को। बाजार में दूध और रोटी के दाम अब और स्थिर रहने की उम्मीद है।
क्यों लिया गया यह फैसला?जीएसटी काउंसिल की हालिया बैठक में यह फैसला लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, सरकार का मकसद महंगाई को काबू में करना और आम लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखना था। खासकर कोविड-19 के बाद से स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी जरूरतों की अहमियत और बढ़ गई है। इस बदलाव से न सिर्फ लोगों की जेब पर बोझ कम होगा, बल्कि छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को भी राहत मिलेगी।
आगे क्या होगा?यह नया नियम अगले महीने से लागू होगा। जीएसटी काउंसिल ने सभी राज्यों को इस बदलाव को लागू करने के लिए तैयार रहने को कहा है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को इस छूट से होने वाले राजस्व नुकसान को पूरा करने के लिए अन्य क्षेत्रों में टैक्स बढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन फिलहाल यह आम जनता के लिए एक बड़ी राहत की खबर है।
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