जम्मू, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिंदुस्तान शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत कपूर ने जीएसटी में बदलावों का स्वागत किया और इसके विभिन्न सकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में कटौती देश के लिए एक बड़ा तोहफा है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने आगे कहा कि इस कदम से देश में व्यापार और कारोबार को मजबूती मिलेगी।
हिंदुस्तान शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत कपूर ने जम्मू में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए एक बड़ा तोहफा है। स्वास्थ्य बीमा और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की दरों में कटौती देश के करोड़ों लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि इससे व्यापार और कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बीमा और शैक्षिक वस्तुओं पर शून्य जीएसटी वास्तव में एक स्वागत योग्य कदम है।
उन्होंने आगे कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में 5% और 18% की द्वि-स्तरीय कर संरचना में व्यापक सुधारों को मंजूरी दी गई है। इन सुधारों के तहत, साबुन, साइकिल, टीवी और व्यक्तिगत स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा पॉलिसियों जैसे आम इस्तेमाल की वस्तुओं पर जीएसटी की दरें कम कर दी गई हैं। महंगी कारों, तंबाकू और सिगरेट जैसी चुनिंदा वस्तुओं के लिए 40% का एक विशेष स्लैब भी प्रस्तावित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि द्वि-स्तरीय जीएसटी संरचना लागू करने का उद्देश्य संरचनात्मक विसंगतियों को दूर करना, लागत कम करना, मांग को बढ़ावा देना और रोजगार को बनाए रखना है।
विक्रांत कपूर ने आगे कहा कि व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा पर जीएसटी छूट से कई लोगों को लाभ होगा। इसी प्रकार अभ्यास पुस्तिकाओं, मानचित्र चार्ट, ग्लोब, पेंसिल और क्रेयॉन जैसी स्टेशनरी वस्तुओं पर जीएसटी छूट सस्ती शिक्षा की दिशा में एक कदम है। कृषि वस्तुओं पर जीएसटी को 5% तक कम करने से न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि कृषि उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा और खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी। एयर कंडीशनर, टेलीविजन और डिशवाशिंग मशीन जैसी कई घरेलू वस्तुओं पर जीएसटी में कमी एक ऐतिहासिक फैसला है।
विक्रांत कपूर ने कहा कि संरक्षित सब्जियों, फलों, सूखे मेवों आदि पर जीएसटी को 12% से घटाकर 5% करने से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी और भी सरल हो गया है और 5% और 18% की नई दरें नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगी।
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी में व्यापक कमी की घोषणा की है जिसका उद्देश्य परिवारों, किसानों, व्यवसायों और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को राहत प्रदान करना है। 56वीं जीएसटी परिषद की बैठक में 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की दरों को मिलाकर जीएसटी दरों को 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के दो स्लैब में युक्तिसंगत बनाने का निर्णय लिया गया।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
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