जम्मू, 12 अप्रैल . सामुदायिक कल्याण और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय सेना ने राजौरी के सुदूर सोंगरी क्षेत्र में गुज्जर और बक्करवाल समुदायों को स्लीपिंग बैग वितरित किए. यह मानवीय पहल सेना के वंचित समुदायों का समर्थन करने और उनके रहने की स्थिति को बेहतर बनाने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा थी.
वितरण का उद्देश्य इन खानाबदोश समुदायों को गर्मी, सुरक्षा और आराम प्रदान करना था जिनमें से कई उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति का सामना करते हैं. यह कदम न केवल स्थानीय जरूरतों के प्रति सेना की करुणा और जवाबदेही को रेखांकित करता है बल्कि समावेशी विकास और सामाजिक पहुंच के प्रति उसके समर्पण को भी दर्शाता है.
अपने कल्याण कार्यक्रमों को स्थिरता और सशक्तिकरण के लक्ष्यों के साथ जोड़कर भारतीय सेना लोगों के साथ अपने बंधन को मजबूत करना जारी रखती है. यह प्रयास सशस्त्र बलों की पारंपरिक भूमिका से परे है, जो विविध समुदायों के साथ सक्रिय जुड़ाव के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के
प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. लाभार्थियों ने इस कदम का गर्मजोशी से स्वागत किया तथा सेना के निरंतर समर्थन और देखभाल के लिए आभार व्यक्त किया.
/ राहुल शर्मा
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