गुवाहाटी, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । 26 जुलाई को 26वें कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय सेना ने एक भावनात्मक पहल की है, जिसका उद्देश्य 1999 के कारगिल युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों और उनके परिजनों को सम्मान देना है।
इस विशेष आउटरीच कार्यक्रम के तहत सेना के प्रतिनिधियों ने शहीदों के परिवारों से भेंट की और यह दोहराया कि उनके परिजनों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा। सेना ने कहा कि हमारे नायक भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी वीरता और देशभक्ति की गाथाएं आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करती रहेंगी।
इस कड़ी में सेना के एक दल ने शहीद कैप्टन जिन्टू गोगोई, वीर चक्र (मरणोपरांत), 17 गढ़वाल राइफल्स के पिता मानद फ्लाइंग ऑफिसर टीआर गोगोई से भेंट कर राष्ट्र की ओर से कृतज्ञता व्यक्त की। कैप्टन गोगोई ने बटालिक सेक्टर में वीरगति पाई थी।
वहीं एक अन्य दल ने शहीद राइफलमैन न्यिमा ताशी की माता न्यिमा चोजोम से मिलकर उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किया। राइफलमैन ताशी ने ऑपरेशन विजय के दौरान कारगिल में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए थे।
इस वर्ष भारतीय सेना की यह पहल देश के स्मारकों से आगे बढ़कर उन घरों तक पहुंच रही है, जहां से बलिदान की कहानी शुरू हुई थी। यह उन सभी परिवारों के लिए संदेश दिया—
भारत आपके साथ है, हमेशा।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
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