धर्मशाला, 28 जून (Udaipur Kiran) ।
पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कॉलेज धर्मशाला के हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म वी-वॉक विभाग के सात विद्यार्थियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि यदि शिक्षा में व्यावहारिकता और मार्गदर्शन हो, तो सफलता सिर्फ सपना नहीं, सच्चाई बन जाती है। विभाग के फाइनल ईयर के दौरान ही फाइव स्टार और फोर स्टार होटलों में सीधा चयन यह उपलब्धि बताती है कि वी-वॉक डिग्री कोर्स युवाओं को सिर्फ पढ़ाई नहीं, पढ़ाई के साथ-साथ रोज़गार की गारंटी भी देता है।
पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कॉलेज धर्मशाला के हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म वी-वॉक विभाग के सात विद्यार्थियों ने वी-वॉक डिग्री कोर्स के दौरान ही प्रतिष्ठित होटलों में अपनी जगह बनाकर कॉलेज और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। फाइनल ईयर में पढ़ाई करते हुए ही इन विद्यार्थियों को देश के नामी फाइव स्टार और फोर स्टार होटलों में बेहतरीन पैकेज के साथ नौकरी का अवसर मिला।
इस शानदार उपलब्धि में फाइनल ईयर के छात्र विशाल कुमार का चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित हयात रीजेंसी रिज़ॉर्ट धर्मशाला में हुआ है। वहीं नेहा और अंजली को होटल धौलाधार धर्मशाला में रोजगार मिला है। इसके साथ ही मुस्कान, अपूर्वा, विशाल शर्मा और रोहित का चयन एशिया हेल्थ रिसॉर्ट धर्मशाला और गोवा के प्रसिद्ध होटलों में हुआ है।
कॉलेज प्राचार्य प्रो. राकेश पठानिया, प्लेसमेंट इंचार्ज तरसेम जरयाल तथा वी-वॉक विभाग के पूरे स्टाफ ने विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने बताया कि कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जिससे छात्रों को वास्तविक कार्य क्षेत्र के लिए पूरी तरह तैयार किया जाता है।
कॉलेज प्राचार्य प्रो. राकेश पठानिया ने कहा आज की दुनिया में डिग्री के साथ-साथ स्किल्स ज़रूरी हैं। हम अपने विद्यार्थियों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि असली ज़िंदगी के लिए तैयार करते हैं। यही कारण है कि हमारे विद्यार्थियों की 100 प्रतिशत प्लेसमेंट होती है।
उन्होंने कहा कि हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। जरूरत है सिर्फ समर्पित प्रशिक्षण की, जो हमारे संस्थान में पूरी गंभीरता से दिया जाता है।
तीन महीने की इंडस्ट्री ट्रेनिंग के बाद इन छात्रों को चयनित किया गया, जो बताता है कि यह डिग्री कोर्स सिर्फ शिक्षा ही नहीं, बल्कि सीधे रोजगार तक पंहुच दिलाता है। प्राचार्य प्रो. पठानिया ने बताया कि टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में कुशल प्रोफेशनल्स की भारी कमी है और हमारा संस्थान इसे पूरा करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
You may also like
28 जून को सर्वसिद्धी योग बनने से बदलेगा इन राशियों का भाग्य
14 दिन तक नहीं चलेगी ये ट्रेनें! इस रूट पर सफर का प्लान है तो तुरंत बदलें योजना
संविधान की प्रस्तावना अपरिवर्तनीय, आपातकाल के दौरान प्रास्तावना में जोड़े गए शब्द नासूर : जगदीप धनखड़
कोलकाता गैंगरेप मामले में भाजपा की चार सदस्यीय कमेटी करेगी जांच : मनन कुमार मिश्रा
दुनिया में महाराणा प्रताप की तरह ही भामाशाह का सम्मान है : गुलाबचंद कटारिया