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Akshaya Tritiya 2025: घर में स्थापित करें श्रीयंत्र, जानें सही विधि, नियम और लाभ

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Akshaya Tritiya 2025: घर में स्थापित करें श्रीयंत्र, जानें सही विधि, नियम और लाभ

News india live, Digital Desk: अक्षय तृतीया का पर्व सनातन धर्म में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस शुभ अवसर पर घर में श्रीयंत्र स्थापित करने से मां लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि, और आर्थिक संपन्नता में वृद्धि होती है। हालांकि, श्रीयंत्र स्थापना के दौरान कुछ विशेष नियमों और विधियों का पालन आवश्यक है। अक्षय तृतीया 2025 पर श्रीयंत्र स्थापना का महत्व

श्रीयंत्र स्थापना की सही दिशा

श्रीयंत्र की स्थापना उत्तर, ईशान (उत्तर-पूर्व) या पश्चिम दिशा में करना सर्वोत्तम माना गया है। इन दिशाओं में सकारात्मक ऊर्जा का अधिक प्रवाह होता है, जिससे घर-परिवार में सुख-शांति, खुशहाली और समृद्धि बनी रहती है।

स्वच्छ और शांत स्थान चुनें

श्रीयंत्र स्थापित करने वाले स्थान की स्वच्छता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यंत्र को कभी भी गंदी या अव्यवस्थित जगह पर न रखें, इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसे एक शांत, साफ-सुथरी और व्यवस्थित जगह पर रखें।

स्थापना से पूर्व संकल्प लेना आवश्यक

श्रीयंत्र की स्थापना से पहले मन में स्पष्ट उद्देश्य और इच्छाओं को लेकर एक संकल्प लें। यह संकल्प आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को मजबूत करता है और लक्ष्यों को पूरा करने में यंत्र की सहायता करता है।

पूजा विधि एवं मंत्र जाप

श्रीयंत्र की स्थापना के बाद नियमित रूप से इसकी पूजा-अर्चना करें। पूजा के दौरान श्रीसूक्त या लक्ष्मी मंत्रों का जाप करें। इससे श्रीयंत्र की ऊर्जा बढ़ती है और यह प्रभावी रूप से सक्रिय रहता है।

लक्ष्मी पूजा से करें शुरुआत

श्रीयंत्र स्थापना के समय माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें। लक्ष्मी पूजन यंत्र की शक्ति को और भी प्रभावी बनाता है और घर में आर्थिक समृद्धि को आमंत्रित करता है। पूजा और स्थापना पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करें, तभी श्रीयंत्र का पूर्ण लाभ प्राप्त होगा।

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