नई दिल्लीः 10 और 15 साल पुरानी डीजल-पेट्रोल की गाड़ियों को फ्यूल न देने के मामले में लोगों को राहत मिल सकती है। दिल्ली सरकार ने फैसले का विरोध करते हुए कमिशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (CAQM) से इसे वापस लेने को कहा है। सरकार ने लोगों को हो रही दिक्कतों का हवाला दिया है। उसने कहा कि ऐसी गाड़ियों की पहचान के लिए पेट्रोल पंपों पर जो सिस्टम लगा है, उसमें भी कई खामियां हैं। CAQM जल्द ही अपने फैसले का ऐलान कर सकता है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने गुरुवार बताया कि कमिशन के फ्यूल देने से रोक लगाने वाले फैसले पर सरकार ने आपत्ति जताई है। ट्रांसपोर्ट, बिजनेस और लोगों के निजी जीवन पर इससे बुरा असर पड़ रहा है। कमिशन से कहा गया है कि अगर इस फैसले को लागू करना हो तो मार्च 2026 में करे, ताकि दिल्ली सरकार उस वक्त तक पुख्ता सिस्टम तैयार कर ले। उन्होंने कहा कि पंपों पर सिस्टम AAP की सरकार के वक्त लगाया गया था।
सामाजिक-आर्थिक संतुलन जरूरी: CMदिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि लोगों की कठिनाइयों को देखते हुए सरकार ने CAQM को लेटर लिखा। फ्यूल बैन का फैसला लाखों परिवारों की रोजमर्रा की जिंदगी और आजीविका को प्रभावित कर रहा है। किसी भी फैसले को लागू करते समय लोगों की सामाजिक और आर्थिक जरूरतों के साथ संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है।
प्रदूषण कम करने के लिए ये कर रही सरकार
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने गुरुवार बताया कि कमिशन के फ्यूल देने से रोक लगाने वाले फैसले पर सरकार ने आपत्ति जताई है। ट्रांसपोर्ट, बिजनेस और लोगों के निजी जीवन पर इससे बुरा असर पड़ रहा है। कमिशन से कहा गया है कि अगर इस फैसले को लागू करना हो तो मार्च 2026 में करे, ताकि दिल्ली सरकार उस वक्त तक पुख्ता सिस्टम तैयार कर ले। उन्होंने कहा कि पंपों पर सिस्टम AAP की सरकार के वक्त लगाया गया था।
सामाजिक-आर्थिक संतुलन जरूरी: CMदिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि लोगों की कठिनाइयों को देखते हुए सरकार ने CAQM को लेटर लिखा। फ्यूल बैन का फैसला लाखों परिवारों की रोजमर्रा की जिंदगी और आजीविका को प्रभावित कर रहा है। किसी भी फैसले को लागू करते समय लोगों की सामाजिक और आर्थिक जरूरतों के साथ संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है।
प्रदूषण कम करने के लिए ये कर रही सरकार
- इस साल 70 लाख पौधे लगाए जा रहे है। इसका फायदा मिलेगा।
- क्लाउड सीडिंग जैसे नए तरीके अपनाए जा रहे है। PUC सिस्टम को भी अपग्रेड किया जा रहा है।
- हाई राइज बिल्डिंग पर एंटी स्मॉग गन लगाई जा रही हैं।
- सड़कों को मशीनों से साफ किया जा रहा है, ताकि प्रदूषण कम हो।
- मशीनों में एंटी स्मॉग गन लगाए जा रहे हैं। साथ ही स्प्रिंकल भी होगा।
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