सौरभ यादव, नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में 2 लाख से अधिक गाड़ियां अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं। केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग (Central Air Quality Commission) के आदेश पर इन गाड़ियों को एक नवंबर से पेट्रोल-डीजल नहीं मिलेगा। इसके लिए सभी पेट्रोल पंपों पर एक अक्टूबर तक ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे लगाने के आदेश दिए गए हैं। जिन गाड़ियों की उम्र पूरी हो चुकी है, उनमें एक लाख 45 हजार कारें शामिल हैं। इन वाहनों से सबसे अधिक प्रदूषण होता है। नोएडा एआरटीओ डॉ. सियाराम वर्मा ने बताया कि जिले में सबसे अधिक कारों की उम्र पूरी हो चुकी है। इनके मालिकों को नोटिस भेजकर स्क्रैप कराने को कहा गया, लेकिन वे आदेश को अनदेखा कर रहे हैं। केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग के फरमान के बाद इन वाहन स्वामियों को दोबारा नोटिस भेजा जाएगा। इसके बाद भी उन्होंने गाड़ियां स्क्रैप नहीं कराईं तो कार्रवाई होगी। एएनपीआर कैमरे से होगी निगरानीकेंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग ने एनसीआर के गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद समेत आसपास के 19 जिलों के लिए यह आदेश जारी किया है। इसके तहत सभी पेट्रोल पंपों पर अक्टूबर तक ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे लगाने होंगे। ये कैमरे ऐसे वाहनों की पहचान करेंगे। इसके बाद इन वाहन मालिकों को फ्यूल नहीं दिया जाएगा। पेट्रोल पंप मालिकों को यह भी निर्देश है कि आदेश के संबंध में पोस्टर भी चस्पा करें। जिले में उम्र पूरी कर चुकीं ये गाड़ियां दो लाख से अधिक वाहनजिले में उम्र पूरी कर चुके वाहनों की कुल संख्या 2,03,904 है। अब इनके सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया है। इसको लेकर वाहन मालिकों की टेंशन बढ़ने वाली है। तेल न मिल पाने से इन वाहनों को सड़क पर निकालना मुश्किल हो जाएगा।
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