सतना: एमपी के सतना जिले के पुलिस विभाग की साख एक बार फिर सवालों के घेरे में है। वजह है उनके एएसआई के व्यवहार से जुड़े वीडियो का सामने आना। जिसमें कोलगवां थाने में पदस्थ एएसआई गणेश रावत वर्दी में शराब के नशे में झूमते हुए ट्रक चालक से गालीगलौज करते नजर आ रहे हैं। यह मामला शनिवार शाम का बताया जा रहा है, जो कि रविवार की सुबह से चर्चाओं में बना हुआ है।
न केवल एएसआई गणेश रावत की जुबान लड़खड़ाती दिखाई दे रही है। बल्कि वह ट्रक चालकों को अपशब्द कहने के साथ-साथ अपने ही थाना प्रभारी के लिए भी अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते सुने जा सकते हैं। ट्रक चालक जिसने अपनी गाड़ी रोके जाने का कारण पूछा और बताया कि उसके पास सभी दस्तावेज मौजूद हैं। उससे भी गणेश रावत उलझ पड़े और गालीगलौज करने लगे है। पूरा घटनाक्रम ट्रक ड्राइवर ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया और वायरल कर दिया है।
पहले भी लगे थे वसूली के आरोप
बताया जा रहा है कि एएसआई गणेश रावत पर पहले भी ट्रक चालकों से कथित अवैध वसूली के आरोप लग चुके हैं। लेकिन इस बार जब वीडियो सबूत के तौर पर सामने आया है तो मामला विभाग के लिए गंभीर होता दिख रहा है।
वर्दी की गरिमा पर उठे सवाल
इस घटना ने पुलिस विभाग की छवि और कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े किए हैं। आमतौर पर पुलिस को अनुशासन और ईमानदारी का प्रतीक माना जाता है। लेकिन जब वर्दी में ही कोई अधिकारी इस तरह का आचरण करता है तो जनता का भरोसा टूटता है। इस मामले ने न केवल पुलिस विभाग को कटघरे में खड़ा किया है। बल्कि वर्दी की गरिमा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं।
न केवल एएसआई गणेश रावत की जुबान लड़खड़ाती दिखाई दे रही है। बल्कि वह ट्रक चालकों को अपशब्द कहने के साथ-साथ अपने ही थाना प्रभारी के लिए भी अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते सुने जा सकते हैं। ट्रक चालक जिसने अपनी गाड़ी रोके जाने का कारण पूछा और बताया कि उसके पास सभी दस्तावेज मौजूद हैं। उससे भी गणेश रावत उलझ पड़े और गालीगलौज करने लगे है। पूरा घटनाक्रम ट्रक ड्राइवर ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया और वायरल कर दिया है।
पहले भी लगे थे वसूली के आरोप
बताया जा रहा है कि एएसआई गणेश रावत पर पहले भी ट्रक चालकों से कथित अवैध वसूली के आरोप लग चुके हैं। लेकिन इस बार जब वीडियो सबूत के तौर पर सामने आया है तो मामला विभाग के लिए गंभीर होता दिख रहा है।
वर्दी की गरिमा पर उठे सवाल
इस घटना ने पुलिस विभाग की छवि और कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े किए हैं। आमतौर पर पुलिस को अनुशासन और ईमानदारी का प्रतीक माना जाता है। लेकिन जब वर्दी में ही कोई अधिकारी इस तरह का आचरण करता है तो जनता का भरोसा टूटता है। इस मामले ने न केवल पुलिस विभाग को कटघरे में खड़ा किया है। बल्कि वर्दी की गरिमा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं।
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