रामबाबू मित्तल, सारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर सुरेश राणा हत्याकांड का मुख्य आरोपी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी अरमान उर्फ दीपू उर्फ सिप्पी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। सिप्पी पर एक लाख रुपये का इनाम था और वह हत्या के बाद लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा, जिससे पुलिस को उसे पकड़ने में पूरे छह महीने लग गए।
10 लाख में तय हुई थी हत्याहत्या की साजिश सुरेश राणा के पुराने साझेदार प्रमोद उर्फ रामकरण ने रची थी, जो वारदात से ठीक एक हफ्ता पहले मलेशिया चला गया था। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि प्रॉपर्टी के लेन-देन में करीब 40-50 लाख का विवाद और एक सार्वजनिक झगड़े में थप्पड़ मारने की बेइज्जती की वजह से प्रमोद ने सुपारी किलर हायर किए। हरियाणा के राजौंद गांव के विकास, सोमवीर, गड्डू और सीपी को 10 लाख में सुपारी दी गई। प्रमोद ने इनसे वॉट्सऐप कॉल और मैसेज के जरिए संपर्क रखा।
इस तरह वारदात को दिया गया अंजाम2 जनवरी 2025 की रात करीब 8 बजे दो हमलावर सुरेश राणा के घर में घुस गए। गेट खुला था और सुरेश अपने बेटे यश के साथ कमरे में लेटे थे। बदमाशों ने आते ही पूछा, “काका राणा कौन है?” जवाब देने से पहले ही सुरेश पर फायरिंग शुरू कर दी गई। यश ने दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने धक्का देकर गेट खोल दिया और सुरेश पर सात गोलियां दागीं। फायरिंग के बाद आरोपी भाग निकले। यश और उसकी मां ने बदमाशों का पीछा किया, लेकिन पकड़ नहीं सके। सुरेश को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
टेक्नोलॉजी में माहिर था सिप्पी, 5 राज्यों में भटकी पुलिसमुख्य आरोपी सिप्पी गिरफ्तारी से बचने के लिए टेक्नोलॉजी का बखूबी इस्तेमाल कर रहा था। वह इंटरनेशनल कॉलिंग ऐप्स और राहगीरों के हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करता था, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो सके। पुलिस की पांच टीमें उसकी तलाश में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और बिहार तक गईं। करीब 2 लाख किलोमीटर की दूरी तय की। पीछा करते हुए पुलिस की गाड़ियों के टायर तक चार बार घिस गए।
एनकाउंटर में गिरफ्तारी, दो साथी फरारपुलिस को सूचना मिली थी कि सिप्पी अपने दो साथियों के साथ खजुरी-अकबरपुर रोड पर है। चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों पैरों में गोली लगने से वह घायल हो गया और गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
पुलिस इंटपोल की ले रही मददहत्याकांड का मास्टरमाइंड प्रमोद इस समय मलेशिया में है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल और विदेश मंत्रालय के जरिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रही है।
10 लाख में तय हुई थी हत्याहत्या की साजिश सुरेश राणा के पुराने साझेदार प्रमोद उर्फ रामकरण ने रची थी, जो वारदात से ठीक एक हफ्ता पहले मलेशिया चला गया था। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि प्रॉपर्टी के लेन-देन में करीब 40-50 लाख का विवाद और एक सार्वजनिक झगड़े में थप्पड़ मारने की बेइज्जती की वजह से प्रमोद ने सुपारी किलर हायर किए। हरियाणा के राजौंद गांव के विकास, सोमवीर, गड्डू और सीपी को 10 लाख में सुपारी दी गई। प्रमोद ने इनसे वॉट्सऐप कॉल और मैसेज के जरिए संपर्क रखा।
इस तरह वारदात को दिया गया अंजाम2 जनवरी 2025 की रात करीब 8 बजे दो हमलावर सुरेश राणा के घर में घुस गए। गेट खुला था और सुरेश अपने बेटे यश के साथ कमरे में लेटे थे। बदमाशों ने आते ही पूछा, “काका राणा कौन है?” जवाब देने से पहले ही सुरेश पर फायरिंग शुरू कर दी गई। यश ने दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने धक्का देकर गेट खोल दिया और सुरेश पर सात गोलियां दागीं। फायरिंग के बाद आरोपी भाग निकले। यश और उसकी मां ने बदमाशों का पीछा किया, लेकिन पकड़ नहीं सके। सुरेश को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
टेक्नोलॉजी में माहिर था सिप्पी, 5 राज्यों में भटकी पुलिसमुख्य आरोपी सिप्पी गिरफ्तारी से बचने के लिए टेक्नोलॉजी का बखूबी इस्तेमाल कर रहा था। वह इंटरनेशनल कॉलिंग ऐप्स और राहगीरों के हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करता था, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो सके। पुलिस की पांच टीमें उसकी तलाश में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और बिहार तक गईं। करीब 2 लाख किलोमीटर की दूरी तय की। पीछा करते हुए पुलिस की गाड़ियों के टायर तक चार बार घिस गए।
एनकाउंटर में गिरफ्तारी, दो साथी फरारपुलिस को सूचना मिली थी कि सिप्पी अपने दो साथियों के साथ खजुरी-अकबरपुर रोड पर है। चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों पैरों में गोली लगने से वह घायल हो गया और गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
पुलिस इंटपोल की ले रही मददहत्याकांड का मास्टरमाइंड प्रमोद इस समय मलेशिया में है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल और विदेश मंत्रालय के जरिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रही है।
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