सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल तेली की हत्या पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज रोकने के लिए दायर याचिका पर तत्काल सुनवाई और राहत देने से इनकार कर दिया। जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस वेकेशन बेंच ने कहा कि गर्मियों की छुट्टियों के बाद 14 जुलाई को जब सुप्रीम कोर्ट दोबारा खुलेगा, तब कन्हैया लाल हत्याकांड के एक आरोपी मोहम्मद जावेद की याचिका को उचित पीठ के सामने रखा जा सकता है।
'उदयपुर फाइल्स' में एक्टर विजय राज, टेलर कन्हैया लाल के रोल में हैं। यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज हो रही है। 4 जुलाई को इसका ट्रेलर रिलीज किया गया था, और तभी से यह विवादों में है। इसकी रिलीज रोकने के लिए कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी और कहा गया था कि इसके कारण समाज में सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है, नफरत और हिंसा भड़क सकती है।
क्या बोले याचिकाकर्ता के वकील?
याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि 'उदयपुर फाइल्स' घटनाओं की एक तरफा स्टोरी दिखाती है, और यह निष्पक्ष सुनवाई के उनके अधिकार पर गलत प्रभाव डालेगी। आरोपी मोहम्मद जावेद के वकील ने तर्क दिया कि 'उदयपुर फाइल्स' में केवल अभियोजन पक्ष का पक्ष दिखाया गया है।
11 जुलाई को रिलीज होगी 'उदयपुर फाइल्स'
उधर, कोर्ट ने याचिका पर रोक लगाने का निर्देश देते हुए कहा कि 'उदयपुर फाइल्स' को 11 जुलाई को रिलीज होने दिया जाए और इस मामले को संबंधित कोर्ट के दोबारा खुलने पर उल्लेख किया जाए।
क्या है उदयपुर का कन्हैयालाल दर्जी हत्याकांड?
मालूम हो कि 'उदयपुर फाइल्स' को भारत श्रीनेत ने डायरेक्ट किया है। यह साल 2022 में उदयपुर के टेलर हत्याकांड पर आधारित है। 28 जून 2022 को राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल साहू की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। उसका लाइव वीडियो भी सामने आया था, जिसे देखकर हर कोई दहल उठा था। कन्हैयालाल की दुकान पर रियाज मोहम्मद अत्तारी अपने एक साथ के साथ कपड़ों का नाप पहुंचा था। तभी मोहम्मद अत्तारी ने टेलर का गला काटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने और उसके साथी ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए वीडियो भी वायरल किय था।
यहां देखिए 'उदयपुर फाइल्स' का ट्रेलर:
आरोपी हुए थे गिरफ्तार पर आज तक नहीं मिली सजा
इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया गया था, पर उन्हें आज तक सजा नहीं हुई। कन्हैयालाल के परिवार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की मांग की थी, पर उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश तेली ने पिता की अस्थियों का आज तक विसर्जन नहीं किया है और वह नंगे पांव ही रहते हैं। उन्हें आज भी पिता के लिए इंसाफ का इंतजार है।
सेंसर बोर्ड ने 'उदयपुर फाइल्स' में लगाए 150 कट्स
उधर, सेंसर बोर्ड ने 'उदयपुर फाइल्स' में 150 कट्स लगाए हैं। इसकी जानकारी डायरेक्टर भारत श्रीनेत ने 'एनडीटीवी' से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि करीब दो महीनों तक उन्होंने सेंसर बोर्ड के दफ्तर के चक्कर लगाए। पहले फिल्म का नाम 'ज्ञानवापी फाइल्स: ए टेलर्स मर्डर स्टोरी' था, और यह 27 जून को रिलीज होनी थी।
'उदयपुर फाइल्स' में एक्टर विजय राज, टेलर कन्हैया लाल के रोल में हैं। यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज हो रही है। 4 जुलाई को इसका ट्रेलर रिलीज किया गया था, और तभी से यह विवादों में है। इसकी रिलीज रोकने के लिए कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी और कहा गया था कि इसके कारण समाज में सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है, नफरत और हिंसा भड़क सकती है।
क्या बोले याचिकाकर्ता के वकील?
याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि 'उदयपुर फाइल्स' घटनाओं की एक तरफा स्टोरी दिखाती है, और यह निष्पक्ष सुनवाई के उनके अधिकार पर गलत प्रभाव डालेगी। आरोपी मोहम्मद जावेद के वकील ने तर्क दिया कि 'उदयपुर फाइल्स' में केवल अभियोजन पक्ष का पक्ष दिखाया गया है।
11 जुलाई को रिलीज होगी 'उदयपुर फाइल्स'
उधर, कोर्ट ने याचिका पर रोक लगाने का निर्देश देते हुए कहा कि 'उदयपुर फाइल्स' को 11 जुलाई को रिलीज होने दिया जाए और इस मामले को संबंधित कोर्ट के दोबारा खुलने पर उल्लेख किया जाए।
क्या है उदयपुर का कन्हैयालाल दर्जी हत्याकांड?
मालूम हो कि 'उदयपुर फाइल्स' को भारत श्रीनेत ने डायरेक्ट किया है। यह साल 2022 में उदयपुर के टेलर हत्याकांड पर आधारित है। 28 जून 2022 को राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल साहू की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। उसका लाइव वीडियो भी सामने आया था, जिसे देखकर हर कोई दहल उठा था। कन्हैयालाल की दुकान पर रियाज मोहम्मद अत्तारी अपने एक साथ के साथ कपड़ों का नाप पहुंचा था। तभी मोहम्मद अत्तारी ने टेलर का गला काटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने और उसके साथी ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए वीडियो भी वायरल किय था।
यहां देखिए 'उदयपुर फाइल्स' का ट्रेलर:
आरोपी हुए थे गिरफ्तार पर आज तक नहीं मिली सजा
इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया गया था, पर उन्हें आज तक सजा नहीं हुई। कन्हैयालाल के परिवार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की मांग की थी, पर उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश तेली ने पिता की अस्थियों का आज तक विसर्जन नहीं किया है और वह नंगे पांव ही रहते हैं। उन्हें आज भी पिता के लिए इंसाफ का इंतजार है।
सेंसर बोर्ड ने 'उदयपुर फाइल्स' में लगाए 150 कट्स
उधर, सेंसर बोर्ड ने 'उदयपुर फाइल्स' में 150 कट्स लगाए हैं। इसकी जानकारी डायरेक्टर भारत श्रीनेत ने 'एनडीटीवी' से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि करीब दो महीनों तक उन्होंने सेंसर बोर्ड के दफ्तर के चक्कर लगाए। पहले फिल्म का नाम 'ज्ञानवापी फाइल्स: ए टेलर्स मर्डर स्टोरी' था, और यह 27 जून को रिलीज होनी थी।