नई दिल्ली: उम्र पूरी कर चुकी गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को लेकर अब दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी (DPCC) इनोवेशन चैलेंज करवाएगी। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने यह निर्देश जारी किया है। इस चैलेंज का मकसद उम्रदराज गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण के किफायती और प्रभावी तरीके ढूंढना है। इस चैलेंज में कोई भी व्यक्ति, स्टार्टअप, रिसर्च इंस्टिट्यूट और टेक्नॉलजी डिवेलपर्स हिस्सा ले सकते हैं।
IIT जैसे संस्थानों से हिस्सा लेने की अपील की जाएगी
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि इस चैलेंज के जरिए राजधानी को प्रदूषण कम करने के वैज्ञानिक तरीके मिल सकते हैं। डीपीसीसी को निर्देश दिए गए हैं कि वह इसे लॉन्च करने की तैयारी करे। इसमें कम लागत वाली, कम देखरेख वाली और प्रभावी तकनीकों पर फोकस किया जाएगा। उन तकनीकों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो मौजूदा स्तर की तुलना में गाड़ियों से निकलने वाले पीएम 10 और पीएम 2.5 को आधा कर दें। यह तकनीक ऐसी होनी चाहिए, जिसे आम आदमी आसानी से अफोर्ड कर सके, गाड़ियों में आसानी से लगा सके, उनकी मेंटिनेंस आसान हो।
अगले 30 दिनों में लॉन्च होगा यह चैलेंज : सिरसा
तकनीक को चुनने के लिए एक टेक्निकल पैनल का गठन होगा। पैनल में एनवायरमेटल इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट, ऑटोमोटिव सेक्टर के एक्सपर्ट और डीपीसीसी के सदस्यों को शामिल किया जाएगा। आईआईटी जैसे बडे संस्थानों से इस चैलेज में हिस्सा लेने की अपील की जाएगी। सिरसा के अनुसार यह चैलेंज आगामी 30 दिनों मे लॉन्च होगा। इसका रिजल्ट लॉन्च के 90 दिनों के अंदर आ जाएगा। सीएक्यूएम ने इस तरह की गाड़ियों को 31 अक्टूबर तक की राहत दी है।
संतोषजनक प्रदूषण, अभी रहेगा इसी स्तर पर
प्रदूषण का स्तर गुरुवार को संतोषजनक स्तर पर रहा। अगले तीन से चार दिनों तक यह इसी स्तर पर रह सकता है। इसके बाद इसमें इजाफा हो सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई 70 रहा। मुख्य प्रदूषण पीएम 10 रहा। गाजियाबाद का एक्यूआई 85, ग्रेटर नोएडा का 113 और रहा। पूर्वानुमान के अनुसार, 18 से 20 जुलाई तक प्रदूषण का स्तर संतोषजनक रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक प्रदूषण का स्तर संतोषजनक से सामान्य रहेगा।
गुरुवार को हवाओं की गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे रही। शुक्रवार को हवाओं की गति 15 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे, शनिवार को 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे और रविवार को 12 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।
IIT जैसे संस्थानों से हिस्सा लेने की अपील की जाएगी
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि इस चैलेंज के जरिए राजधानी को प्रदूषण कम करने के वैज्ञानिक तरीके मिल सकते हैं। डीपीसीसी को निर्देश दिए गए हैं कि वह इसे लॉन्च करने की तैयारी करे। इसमें कम लागत वाली, कम देखरेख वाली और प्रभावी तकनीकों पर फोकस किया जाएगा। उन तकनीकों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो मौजूदा स्तर की तुलना में गाड़ियों से निकलने वाले पीएम 10 और पीएम 2.5 को आधा कर दें। यह तकनीक ऐसी होनी चाहिए, जिसे आम आदमी आसानी से अफोर्ड कर सके, गाड़ियों में आसानी से लगा सके, उनकी मेंटिनेंस आसान हो।
अगले 30 दिनों में लॉन्च होगा यह चैलेंज : सिरसा
तकनीक को चुनने के लिए एक टेक्निकल पैनल का गठन होगा। पैनल में एनवायरमेटल इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट, ऑटोमोटिव सेक्टर के एक्सपर्ट और डीपीसीसी के सदस्यों को शामिल किया जाएगा। आईआईटी जैसे बडे संस्थानों से इस चैलेज में हिस्सा लेने की अपील की जाएगी। सिरसा के अनुसार यह चैलेंज आगामी 30 दिनों मे लॉन्च होगा। इसका रिजल्ट लॉन्च के 90 दिनों के अंदर आ जाएगा। सीएक्यूएम ने इस तरह की गाड़ियों को 31 अक्टूबर तक की राहत दी है।
संतोषजनक प्रदूषण, अभी रहेगा इसी स्तर पर
प्रदूषण का स्तर गुरुवार को संतोषजनक स्तर पर रहा। अगले तीन से चार दिनों तक यह इसी स्तर पर रह सकता है। इसके बाद इसमें इजाफा हो सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एयर बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई 70 रहा। मुख्य प्रदूषण पीएम 10 रहा। गाजियाबाद का एक्यूआई 85, ग्रेटर नोएडा का 113 और रहा। पूर्वानुमान के अनुसार, 18 से 20 जुलाई तक प्रदूषण का स्तर संतोषजनक रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक प्रदूषण का स्तर संतोषजनक से सामान्य रहेगा।
गुरुवार को हवाओं की गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे रही। शुक्रवार को हवाओं की गति 15 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे, शनिवार को 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे और रविवार को 12 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।
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