साल 1990 के दशक की बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसी ऐक्ट्रेसेस थीं, जिन्होंने अपनी एक्टिंग और खूबसूरती से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई। उनमें से एक नाम था आयशा जुल्का, चुलबुली स्वभाव की आयशा को सलमान खान की फिल्म 'कुर्बान' ने पर्दे पर बड़ा मुकाम दिलाया, तो वहीं मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म 'दलाल' ने उनकी छवि पर दाग लगाने का काम किया। वह अपनी फिल्मों की वजह से ही नहीं, बल्कि अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी हमेशा सुर्खियों में बनी रही, जिसके चलते उन्हें उस समय 'मोस्ट कंट्रोवर्शियल न्यूकमर' का टैग दिया गया था।
28 जुलाई 1972 को मुंबई में जन्मीं आयशा बचपन से ही एक्ट्रेस बनने का सपना देखती थी। पहली बार एक बाल कलाकार के तौर पर 'कैसे-कैसे लोग' में दिखीं, ये फिल्म 1983 में रिलीज हुई थी। फिर 1991 में आई 'कुर्बान', इसमें उन्होंने एक जिंदादिली लड़की चंदा का किरदार निभाया। इस फिल्म में उन्होंने कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया, जिसमें सलमान खान, सुनील दत्त, कबीर बेदी और गुलशन ग्रोवर जैसे कलाकार शामिल हैं। इन शानदार कलाकारों के बीच आयशा ने अपने अभिनय का लोहा मनवाया, जिसे दर्शकों ने खुले दिल से अपनाया।
आयशा बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस की लिस्ट में शामिल
उस दौर में बॉलीवुड में कई नए चेहरे आ रहे थे, लेकिन आयशा ने अपनी मासूमियत और अभिनय से खुद को जल्दी ही अलग साबित किया। उन्होंने कई बड़ी फिल्मों में काम किया, जिसमें आमिर खान के साथ 'जो जीता वही सिकंदर' और अक्षय कुमार के साथ 'खिलाड़ी' जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। 'जो जीता वही सिकंदर' में उनकी परफॉर्मेंस को दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों ने खूब सराहा। इस फिल्म के चलते आयशा बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस की लिस्ट में शामिल हो गईं।
आयशा को 'मोस्ट कंट्रोवर्शियल न्यूकमर' का टैग दिया गया
इसके बाद आयशा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने कई बड़े एक्टर्स जैसे सलमान खान, अजय देवगन और मिथुन चक्रवर्ती के साथ काम किया। इस दौरान उनके करियर में कई उतार-चढ़ाव भी आए। उन्हें 'मोस्ट कंट्रोवर्शियल न्यूकमर' का टैग दिया गया। यह टैग सिर्फ उनकी फिल्मों की वजह से नहीं मिला, बल्कि उनकी निजी जिंदगी और मीडिया की अफवाहों की वजह से भी उन्हें यह टैग दिया गया। उस दौर में मीडिया और गॉसिप कॉलम बहुत ज्यादा चलन में थे। कई बार उनके अफेयर को लेकर और उनके काम की वजह से तरह-तरह की बातें सामने आती थीं। उनका नाम कई बड़े स्टार्स के साथ जोड़ा जाता था।
'दलाल' ने आयशा की छवि पर दाग लगाने का काम किया
1993 में आई 'दलाल' ने आयशा की छवि पर दाग लगाने का काम किया। इस फिल्म में उनके अपोजिट मिथुन चक्रवर्ती थे, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही, लेकिन आयशा को हमेशा 'दलाल' में काम करने का मलाल रहा। दरअसल, 'दलाल' फिल्म के मेकर्स ने उन्हें बिना बताए बॉडी डबल के साथ एक रेप सीन शूट किया था। यह काफी आपत्तिजनक था। एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने बताया था कि इस सीन के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्हें एक जर्नलिस्ट के जरिए इस बारे में पता चला।
धोखे की तरह महसूस हुए वो सीन, जिनके बारे में उन्हें पता ही नहीं था
आयशा ने इंटरव्यू में कहा कि बिना बताए बॉडी डबल के जरिए बोल्ड सीन्स शूट करना उन्हें धोखे की तरह महसूस हो रहा था, जिसके चलते उन्होंने इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन में केस दर्ज कराया था। लेकिन गॉसिप मैग्जीन के उस दौर में 'मोस्ट कंट्रोवर्शियल न्यूकमर' टैग में एक किस्सा 'दलाल' का भी शुमार हो गया। ये उनके करियर पर कलंक की तरह चिपक गया। आयशा ने कई बार बताया कि इस टैग और अफवाहों ने उनके करियर को प्रभावित किया था। कई बड़ी फिल्मों के ऑफर मिलना उन्हें बंद हो गया। मजबूरन उन्हें ज्यादातर छोटे स्तर की फिल्मों में काम करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रहीं।
उन्होंने ओटीटी में भी किस्मत आजमाई
उन्होंने 'अकेले हम अकेले तुम', 'मासूम', 'मुकद्दर', 'चाची 420', 'दीवाना हूं पागल नहीं', 'बारूद', 'फूल और आग', 'होते होते प्यार हो गया', 'कोहराम', 'अम्मा', 'आंच', 'सोचा ना था', 'उमराव जान', और 'जननी' जैसी शानदार फिल्में दी। इसके अलावा, उन्होंने टीवी की दुनिया में कदम रखा। वह 'कभी-कभी' शो में नजर आईं। उन्होंने बतौर कंटेस्टेंट 'सेलिब्रिटी मास्टरशेफ' में भी हिस्सा लिया। यही नहीं, उन्होंने ओटीटी में भी किस्मत आजमाई। वह 'हश हश' और 'हैप्पी फैमिली कंडिशंस अप्लाई' जैसी वेब सीरीज में भी नजर आईं।
28 जुलाई 1972 को मुंबई में जन्मीं आयशा बचपन से ही एक्ट्रेस बनने का सपना देखती थी। पहली बार एक बाल कलाकार के तौर पर 'कैसे-कैसे लोग' में दिखीं, ये फिल्म 1983 में रिलीज हुई थी। फिर 1991 में आई 'कुर्बान', इसमें उन्होंने एक जिंदादिली लड़की चंदा का किरदार निभाया। इस फिल्म में उन्होंने कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया, जिसमें सलमान खान, सुनील दत्त, कबीर बेदी और गुलशन ग्रोवर जैसे कलाकार शामिल हैं। इन शानदार कलाकारों के बीच आयशा ने अपने अभिनय का लोहा मनवाया, जिसे दर्शकों ने खुले दिल से अपनाया।
आयशा बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस की लिस्ट में शामिल
उस दौर में बॉलीवुड में कई नए चेहरे आ रहे थे, लेकिन आयशा ने अपनी मासूमियत और अभिनय से खुद को जल्दी ही अलग साबित किया। उन्होंने कई बड़ी फिल्मों में काम किया, जिसमें आमिर खान के साथ 'जो जीता वही सिकंदर' और अक्षय कुमार के साथ 'खिलाड़ी' जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। 'जो जीता वही सिकंदर' में उनकी परफॉर्मेंस को दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों ने खूब सराहा। इस फिल्म के चलते आयशा बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस की लिस्ट में शामिल हो गईं।
आयशा को 'मोस्ट कंट्रोवर्शियल न्यूकमर' का टैग दिया गया
इसके बाद आयशा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने कई बड़े एक्टर्स जैसे सलमान खान, अजय देवगन और मिथुन चक्रवर्ती के साथ काम किया। इस दौरान उनके करियर में कई उतार-चढ़ाव भी आए। उन्हें 'मोस्ट कंट्रोवर्शियल न्यूकमर' का टैग दिया गया। यह टैग सिर्फ उनकी फिल्मों की वजह से नहीं मिला, बल्कि उनकी निजी जिंदगी और मीडिया की अफवाहों की वजह से भी उन्हें यह टैग दिया गया। उस दौर में मीडिया और गॉसिप कॉलम बहुत ज्यादा चलन में थे। कई बार उनके अफेयर को लेकर और उनके काम की वजह से तरह-तरह की बातें सामने आती थीं। उनका नाम कई बड़े स्टार्स के साथ जोड़ा जाता था।
'दलाल' ने आयशा की छवि पर दाग लगाने का काम किया
1993 में आई 'दलाल' ने आयशा की छवि पर दाग लगाने का काम किया। इस फिल्म में उनके अपोजिट मिथुन चक्रवर्ती थे, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही, लेकिन आयशा को हमेशा 'दलाल' में काम करने का मलाल रहा। दरअसल, 'दलाल' फिल्म के मेकर्स ने उन्हें बिना बताए बॉडी डबल के साथ एक रेप सीन शूट किया था। यह काफी आपत्तिजनक था। एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने बताया था कि इस सीन के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्हें एक जर्नलिस्ट के जरिए इस बारे में पता चला।
धोखे की तरह महसूस हुए वो सीन, जिनके बारे में उन्हें पता ही नहीं था
आयशा ने इंटरव्यू में कहा कि बिना बताए बॉडी डबल के जरिए बोल्ड सीन्स शूट करना उन्हें धोखे की तरह महसूस हो रहा था, जिसके चलते उन्होंने इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन में केस दर्ज कराया था। लेकिन गॉसिप मैग्जीन के उस दौर में 'मोस्ट कंट्रोवर्शियल न्यूकमर' टैग में एक किस्सा 'दलाल' का भी शुमार हो गया। ये उनके करियर पर कलंक की तरह चिपक गया। आयशा ने कई बार बताया कि इस टैग और अफवाहों ने उनके करियर को प्रभावित किया था। कई बड़ी फिल्मों के ऑफर मिलना उन्हें बंद हो गया। मजबूरन उन्हें ज्यादातर छोटे स्तर की फिल्मों में काम करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रहीं।
उन्होंने ओटीटी में भी किस्मत आजमाई
उन्होंने 'अकेले हम अकेले तुम', 'मासूम', 'मुकद्दर', 'चाची 420', 'दीवाना हूं पागल नहीं', 'बारूद', 'फूल और आग', 'होते होते प्यार हो गया', 'कोहराम', 'अम्मा', 'आंच', 'सोचा ना था', 'उमराव जान', और 'जननी' जैसी शानदार फिल्में दी। इसके अलावा, उन्होंने टीवी की दुनिया में कदम रखा। वह 'कभी-कभी' शो में नजर आईं। उन्होंने बतौर कंटेस्टेंट 'सेलिब्रिटी मास्टरशेफ' में भी हिस्सा लिया। यही नहीं, उन्होंने ओटीटी में भी किस्मत आजमाई। वह 'हश हश' और 'हैप्पी फैमिली कंडिशंस अप्लाई' जैसी वेब सीरीज में भी नजर आईं।
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