लाइव हिंदी खबर :-धार्मिक मान्यतानुसार श्राद्ध पक्ष में पूजा-कर्म करने को कहा जाता है। इसके साथ ही कुछ उपाय करने से कुंडली के दोषों को भी शांत किया जाता है। यह सभी जानते हैं कि पितृ पक्ष में शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं, लेकिन इसके अलावा भी कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें शास्त्रीय दृष्टि से निषेध माना गया है।
श्राद्ध पक्ष में यदि शास्त्रीय मान्यतानुसार विपरीत कार्य किया जाए तो पितृ नाराज हो जाते हैं। श्राद्ध की पूजा करते समय भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाना अनिवार्य है। ऐसा माना गया है कि एक भी भूल पूजा को निष्फल कर देती है और पितरों का आशीर्वाद नहीं मिलता है। आइये आपको बताते हैं पितृ पक्ष के निषेध कार्यों के बारे में:
1. पितृ पक्ष में कुछ चीजों के सेवन से बचना चाहिए, जैसे कि- मसूर, चना, काली उरद, सरसों, काला नमक, लहसुन, प्याज आदि।
2. पितृ पक्ष में मांस या मदिरा का सेवन बिलकुल ना करें। इन चीजों को घर के अंदर ना लाएं
3. पितृ पक्ष के दिनों में अगर कोई भिखारी आपके द्वार पर आए तो उसे कभी खाली हाथ न भेजें। कुछ ना कुछ जरूर दें।
4. इन दिनों में अपने बदन पर तेल ना लगाएं।
5. पितृ पक्ष के इन 15 दिनों में बाल नहीं कटवाने चाहिए।
6. इसके अलावा नाख़ून कटवाने या दाढ़ी बनवाने की भी मनाही होती है।
7. श्राद्ध पक्ष में यदि पूजा ना करवाएं तो काम से काम किसी ब्राह्मण को भोजन अवश्य कराएं। साथ ही मन मुताबिक़ दान-पुण्य भी करें
8. पितृ पक्ष में सुबह जल्दी उठने की आदत डालें
9. किसी को भी अपशब्द ना कहें, ऐसा करने से पितृगण नाराज होते हैं
10. पितृ पक्ष के दौरान घर-परिवार में ख़ुशी का माहौल बनाये रखने की कोशिश करें
11. अपने बहन-भाइयों को घर बुलाएं और मिलकर भोजन करें
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