मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम एक बार फिर एक दर्दनाक हादसे का गवाह बना है। श्रद्धा और आस्था से भरपूर यह स्थल जहां हजारों लोग अपने मन की मुराद लेकर पहुंचते हैं, वहां भारी बारिश की वजह से एक निजी ढाबे की दीवार गिर गई। इस हादसे में एक श्रद्धालु की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, हादसा इतना अचानक हुआ कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। कई परिजन अस्पताल के बाहर बेसब्री से अपने अपनों की सलामती की दुआ मांगते दिखे।
छतरपुर के सीएमएचओ डॉ. आरपी गुप्ता ने बताया कि सुबह के समय जब तेज बारिश हो रही थी, तभी ढाबे की दीवार गिर गई। उन्होंने कहा, "10 लोग घायल हुए हैं और एक व्यक्ति की मौत हुई है। 1-2 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज प्राथमिकता पर किया जा रहा है।"
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की श्रद्धालुओं से अपील – घर से ही मनाएं गुरु पूर्णिमा
हादसे की खबर मिलते ही बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं से भावुक अपील की। उन्होंने अनुरोध किया कि भारी भीड़ और लगातार बारिश को देखते हुए इस बार गुरु पूर्णिमा का पर्व श्रद्धालु अपने-अपने घरों में रहकर ही मनाएं। उन्होंने कहा कि हर दिन लाखों लोग बागेश्वर धाम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव में भाग लेने के लिए आ रहे हैं, लेकिन मौसम की स्थिति और सुरक्षा कारणों से यह ज़रूरी है कि लोग भीड़ से बचें और घर से ही अपने श्रद्धा भाव प्रकट करें।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "हमारे लिए हर एक श्रद्धालु की सुरक्षा सर्वोपरि है। गुरु पूर्णिमा का पर्व आत्मचिंतन और श्रद्धा का पर्व है, जिसे कहीं भी मनाया जा सकता है। हम सभी से निवेदन करते हैं कि इस बार धाम आने की बजाय अपने घर में ही अपने गुरु को स्मरण करें।"
हादसे में ये हुए घायल
1. मुंशीलाल कश्यप
पिता का नाम: नत्थू लाल
उम्र: 72 वर्ष
निवासी: सैलानपुर, पिलह (उत्तर प्रदेश)
2. पूनम देवी कहार
पति का नाम: नामोहर प्रसाद
उम्र: 38 वर्ष
निवासी: जोंगवा, जिला मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
3. वीना देवी कश्यप
पति का नाम: सुरेश
उम्र: 50 वर्ष
निवासी: सुजानपुर, जिला बरेली (उत्तर प्रदेश)
4. मंजू देवी कुर्मी
पति का नाम: ओंकार
उम्र: 40 वर्ष
निवासी: नारायणपुर, जिला मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
5. अरविन्द कुमार पटेल
पिता का नाम: ओमकार नाथ
उम्र: 17 वर्ष
निवासी: नारायणपुर, जिला मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
6. प्रिया कुमारी खरवार
पिता का नाम: नामोहर प्रसाद
उम्र: 17 वर्ष
निवासी: नारायणपुर, जिला मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
7. अंशिका कुमारी कहार
पिता का नाम: राजू
उम्र: 18 वर्ष
निवासी: जोगवां, जिला मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
8. कौशल सैनी
पति का नाम: स्व. राजकुमार
उम्र: 18 वर्ष
निवासी: रुड़की, जिला हरिद्वार (उत्तराखंड)
9. गुलाबचंद साहू
पिता का नाम: जदुनी
उम्र: 55 वर्ष
निवासी: हवरा-2, जिला हावड़ा (पश्चिम बंगाल)
10. धनेश्वरी देवी साहू
पति का नाम: गुलाबचंद
उम्र: 48 वर्ष
निवासी: हवरा-2, जिला हावड़ा (पश्चिम बंगाल)
सावधानी और सजगता ही सच्ची श्रद्धा की पहचान
इस हादसे ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि श्रद्धा के साथ-साथ सतर्कता भी आवश्यक है। जब बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं, तो छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। धाम प्रशासन की ओर से लगातार अपील की जा रही है कि मौसम की गंभीरता को देखते हुए लोग अनावश्यक भीड़ से बचें। धीरेंद्र शास्त्री का यह संदेश सिर्फ एक अपील नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार संत का धर्म है जो अपने श्रद्धालुओं की भलाई के लिए चिंतित है। हर भक्त के जीवन की रक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है कि हम सभी मिलकर संयम और सहयोग से काम लें। श्रद्धा तभी फल देती है जब जीवन सुरक्षित और संतुलित हो।
You may also like
8 जुलाई , Evening News Headlines: आज शाम तक की सभी ताजा खबरें क्रिकेट जगत से
इंदौर में इंडिगो की फ्लाइट की आपात लैंडिंग, उड़ान भरने के बाद आई तकनीकी खराबी
फिडे ग्रैंड स्विस शतरंज टूर्नामेंट के लिए इस बार इनामी राशि में बड़ा बदलाव
भारत के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड महिला टीम घोषित
अफगानिस्तान के अंपायर बिस्मिल्लाह जान शिनवारी के निधन पर आईसीसी ने जताया शोक