By Jitendra Jangid- दोस्तो जैसा कि हम सब जानते हैं भारत एक कृषि प्रधान देश हैं और यहां किसानों को भगवान माना जाता हैं, करोड़ों किसानों की आजीविका पूरी तरह से उनकी फसलों पर निर्भर करती है। किसान अपने खेतों में खेती करने के लिए महीनों मेहनत करते हैं, लेकिन प्रकृति की अप्रत्याशितता अक्सर उनके प्रयासों को नुकसान में बदल देती है। सूखा, बाढ़ और बेमौसम बारिश कुछ ही घंटों में फसलों को नष्ट कर सकती है, जिससे किसान संकट में पड़ जाते हैं। इस नुकसान से बचान के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) शुरू की है - यह एक फसल बीमा योजना है जिसे वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

फसल बीमा योजना की मुख्य विशेषताएँ:
कम प्रीमियम, उच्च सुरक्षा इस योजना के तहत किसान बहुत कम प्रीमियम देकर अपनी फसलों का बीमा करा सकते हैं। शेष राशि सरकार द्वारा वहन की जाती है। फसल नुकसान पर वित्तीय मुआवजा बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि या कीटों जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल के नुकसान के मामले में, किसान उचित सत्यापन के बाद पूर्ण मुआवजे के हकदार हैं।
सरल पंजीकरण प्रक्रिया
किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) वाले लोग सीधे अपनी बैंक शाखा के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।
नुकसान की अनिवार्य रिपोर्टिंग
अगर फसल को नुकसान होता है, तो किसान को 72 घंटे के भीतर कृषि विभाग को सूचित करना होगा। खेत का निरीक्षण किया जाता है, और अगर दावा वैध पाया जाता है, तो बीमा राशि जारी की जाती है।

यह योजना क्यों महत्वपूर्ण है:
किसानों को अप्रत्याशित नुकसान के डर के बिना खेती जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करती है।
बीज, उर्वरक और अन्य इनपुट के लिए लिए गए ऋण के बोझ को कम करती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देते हुए समय पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
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