मुंबई, 8 नवंबर . महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी महा विकास अघाड़ी और सत्तारूढ़ महायुति के बीच जबरदस्त लड़ाई देखने को मिल रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान पर उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख अजित पवार की नाराजगी ने राजनीति के गलियारों में चर्चा तेज कर दी है कि क्या महायुति में सब ठीक चल रहा है. शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने इस पर चुटकी ली है.
आनंद दुबे ने कहा है, “हम पहले दिन से कह रहे हैं कि महायुति में आपस में सब ठीक नहीं है. अजित पवार को अब नया दिव्य ज्ञान प्राप्त हुआ है कि महाराष्ट्र में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ जैसे नारे नहीं चलेंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां आकर नफरत फैलाते हैं तो यहां की जनता पसंद नहीं करती है. अजित पवार को यह भाजपा को सीखाना चाहिए. भाजपा कह रही है कि नवाब मलिक दाउद का गुर्गा है. एकनाथ शिंदे ने अजित पवार के उम्मीदवार के सामने अपना उम्मीदवार उतार दिया है. एकनाथ शिंदे के एक मंत्री कह रहे हैं कि अजित पवार को देखकर उन्हें उल्टी आती है.”
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता ने कहा है कि अजित पवार ने भी बड़ी चालाकी से भाजपा और एकनाथ शिंदे को सबक सिखाना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, “हम तो इसी की उम्मीद कर रहे थे. अजित पवार, आप कितना दिन सहेंगे और अपमानित होंगे. यह आपके सगे नहीं है. आप इन लोगों को हरवाने का काम कीजिए. इनके खिलाफ बयानबाजी कीजिए, तब जनता देखेगी कि कैसे महायुति में खलबली मचती है. यह महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी का महाराष्ट्र है. यहां सभी धर्मों के लोग मिलकर रहते हैं, चाहे हिन्दू हों या फिर मुस्लिम. यहां न ही बंटेंगे और न ही कटेंगे. भाजपा के अहंकार के खिलाफ डटेंगे तभी तो यहां से भाजपा को हटाएंगे. उन्होंने कहा है कि महा विकास अघाड़ी की सरकार महाराष्ट्र में बनने जा रही है. महायुति, नेता प्रतिपक्ष के लिए लड़िए क्योंकि मुझे लगता है कि आपका यही भविष्य है.”
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डीकेएम/एकेजे
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