Lucknow, 1 सितंबर . Samajwadi Party की प्रवक्ता जूही सिंह ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान वोटरों के नाम काटे जाने के मुद्दे पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में पारदर्शिता की कमी लोकतंत्र के लिए खतरा है.
जूही सिंह ने Sunday को से बात करते हुए कहा, “जब हम अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग ही नहीं कर पाएंगे, तो खुद के प्रति जागरूकता कैसे आएगी? किसानों की आय दोगुनी करने और महिलाओं की सुरक्षा जैसे तमाम मुद्दे देश के सामने हैं, लेकिन इस समय मतदाता सूची का मुद्दा भी उतना ही महत्वपूर्ण है.”
उन्होंने मांग की कि मतदाता सूची में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए ताकि हर नागरिक अपने मताधिकार का उपयोग कर सके.
जूही सिंह ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह विफल साबित हो रही है. उन्होंने चीन के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताते हुए कहा, “चीन लगातार भारत में अपना सामान बेच रहा है, जिससे आत्मनिर्भर भारत का सपना धूमिल हो रहा है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि चीन सीमा क्षेत्रों में अतिक्रमण कर रहा है, लेकिन सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. Prime Minister Narendra Modi के विदेश दौरों के दौरान हुए समझौते क्या धरातल पर लागू हो रहे हैं?
उन्होंने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए बढ़ते टैरिफ का भी जिक्र किया और कहा कि यह भारत की आर्थिक स्वतंत्रता के लिए चुनौती है. सरकार को इस दिशा में सोचना चाहिए और इसका हल सबसे ज्यादा जरूरी है.
Samajwadi Party की प्रवक्ता ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को एक महत्वपूर्ण पहल बताया. उन्होंने कहा, “यह यात्रा मतदाताओं को उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें सुरक्षित रखने की दिशा में एक कदम है. यह यात्रा बिहार में काफी सफल रही है और इससे मतदाताओं में जागरूकता बढ़ी है. हमें विश्वास है कि महागठबंधन बिहार में आगामी चुनावों में जीत का परचम लहराएगा. मतदाता सूची में हेराफेरी को रोकना और हर पात्र नागरिक को वोट देने का अधिकार सुनिश्चित करना हमारा उद्देश्य है.”
–
एकेएस/एएस
You may also like
वाश लेवल 2: बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन जारी
कीव ने एससीओ समिट के बयान में रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र न होने पर जताई नाराजगी
यूपी टी20 लीग में लखनऊ फाल्कन्स की धमाकेदार जीत, काशी रुद्राज को 59 रन से हराया
चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर आए वक्तव्य पर संसदीय समिति ने प्रधानमंत्री ओली से जवाब मांगा
मराठा आरक्षण आंदोलन: रामदास अठावले ने मनोज जरांगे की प्रशंसा की, प्रदर्शन को नियंत्रित रखने की अपील