बीजिंग, 8 नवंबर . पेरू की राजधानी लीमा में ‘चीन-लैटिन अमेरिका सभ्यता संवाद-2024’ आयोजित हुआ. इसमें चीन, पेरू और अर्जेंटीना सहित 10 से अधिक लैटिन अमेरिकी देशों के 150 से अधिक राजनीतिक गणमान्य व्यक्तियों, विशेषज्ञों, विद्वानों और व्यापारिक लोगों ने भाग लिया.
सम्मेलन में ‘सभ्यताओं की विरासत और आधुनिकीकरण विकास’ विषय पर चर्चा की गई और विचारों का आदान-प्रदान किया गया, जिससे चीन और लैटिन अमेरिका के लिए आदान-प्रदान, आपसी सीख, विरासत और सभ्यताओं के विकास को मजबूत करने तथा आधुनिकीकरण की राह पर हाथ मिलाने के लिए बौद्धिक समर्थन प्रदान किया गया और सहयोग पथ की खोज की गई.
पेरू के मंत्रिपरिषद में सरकार और डिजिटल परिवर्तन सचिवालय के सचिव सीज़र विल्चेज़ इंगा ने उद्घाटन समारोह में भाषण देते हुए कहा कि पेरू और चीन के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान का एक लंबा इतिहास है और डिजिटल परिवर्तन में सहयोग के लिए व्यापक स्थान है. चांके बंदरगाह दोनों पक्षों के बीच सहयोग का एक मॉडल है. पेरू और चीन सक्रिय रूप से एक-दूसरे की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को समझते हैं और डिजिटल परिवर्तन और सभ्यतागत सहयोग के माध्यम से दोनों देशों को करीब लाना जारी रखे हुए हैं.
सम्मेलन में उपस्थित चीनी अतिथियों ने कहा कि चीन और लैटिन अमेरिका को सभ्यता की विरासत और नवाचार को समान महत्व देना चाहिए, संयुक्त रूप से आधुनिकीकरण का विकास पथ तलाशना चाहिए और दूर तक फैलने वाली शाश्वत आकर्षण से भरी सभ्यतागत उपलब्धियां हासिल करनी चाहिए. इसके साथ ही, दोनों पक्षों को लोगों से लोगों के बीच और सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहयोग को लगातार बढ़ावा देना चाहिए, ताकि परिणामों से सभी स्तर के लोगों को लाभ मिल सके.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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एबीएम/
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