लंदन, 10 अगस्त . डॉटी स्ट्रीट चैंबर्स के दो वकीलों ने संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र विशेषज्ञ, डेमोक्रेटिक इंटरनेशनल ऑर्डर के सामने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की तरफ से एक विशेष अपील की है. इसके माध्यम से अवामी लीग से प्रतिबंध हटाने की बात कही गई है.
अपील में, डॉटी स्ट्रीट चैंबर्स के स्टीवन पॉवेल्स केसी और एलेक्स टिंसले ने स्वतंत्र विशेषज्ञ और अन्य प्रतिवेदकों से अनुरोध किया है कि वे यूनुस के नेतृत्व वाले अंतरिम प्रशासन से अवामी लीग पर प्रतिबंध हटाने और पार्टी को बांग्लादेश में होने वाले सभी चुनावों में पूर्ण रूप से भाग लेने की अनुमति दें.
डॉटी स्ट्रीट चैंबर्स, ब्रिस्टल, मैनचेस्टर और लंदन के डॉटी स्ट्रीट स्थित बैरिस्टरों के चैंबरों का एक ब्रिटिश समूह है.
जिसने एक बयान में कहा कि वकीलों ने स्वतंत्र विशेषज्ञ निकाय से यह भी आग्रह किया है कि वह अंतरिम सरकार से बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव तत्काल कराने का आग्रह करे.
पिछले साल अगस्त में मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के सत्ता संभालने के बाद से अवामी लीग समर्थकों, उससे जुड़े लोगों और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को व्यापक हमलों का सामना करना पड़ा है.
बयान के अनुसार, अंतरिम प्रशासन द्वारा अपराधियों को पूर्ण छूट प्रदान की गई है.
यूनुस प्रशासन ने फरवरी 2026 में चुनाव कराने का फैसला किया है. देखना होगा अंतरिम प्रशासन अपना वादा निभाता है या नहीं.
अंतरिम प्रशासन ने अवामी लीग को चुनावों में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया है और बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में कार्यवाही पूरी होने तक शेख हसीना की पार्टी के नेताओं की सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 5 अगस्त को बांग्लादेश पुलिस ने एक राष्ट्रव्यापी अभियान में अवामी लीग के 1,593 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था.
इसके अलावा, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) ने 5 अगस्त को राजधानी में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर 11 अवामी लीग कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था.
बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक समाचार पत्र ‘समकाल’ की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं में ऑनलाइन अवामी लीग ब्लॉगर और कार्यकर्ता कमाल पाशा चौधरी भी शामिल हैं.
गिरफ्तार किए गए सभी लोगों पर पिछले साल जुलाई में हुए प्रदर्शन से जुड़े कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. कमाल पाशा चौधरी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए, अवामी लीग नेता और पूर्व मंत्री मोहम्मद अराफात ने सोशल मीडिया पर इसे अन्यायपूर्ण बताया.
संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र विशेषज्ञ से अपील इस बात का उल्लेख करती है कि कैसे अवामी लीग के खिलाफ अंतरिम प्रशासन का फैसला मौलिक मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है और बांग्लादेश में कानून के शासन और लोकतंत्र को कमजोर करता है.
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पीएके/केआर
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