बर्मिंघम, 16 अप्रैल . अचरफ हकीमी और नूनो मेंडेस के शुरुआती गोल की मदद से पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) ने एस्टन विला के खिलाफ कुल 5-4 के स्कोर से चैंपियंस लीग के सेमीफाइनल में जगह बना ली. हालांकि दूसरे चरण में पीएसजी को एस्टन विला से 3-2 से हार का सामना करना पड़ा.
पहले चरण में पेरिस में 3-1 से हारने के बाद एस्टन विला ने वापसी की पूरी कोशिश की और शुरुआत में ही चार मिनट के अंदर दो कॉर्नर हासिल किए. लेकिन खेल खुलने के कारण पीएसजी को तेजी से जवाब देने का मौका मिल गया और इसका पूरा फायदा उठाया. यूईएफए की रिपोर्ट के अनुसार, नूनो मेंडेस ने शानदार पास देकर ब्रैडली बारकोला को आगे बढ़ाया, जिनका क्रॉस गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज ने रोका, लेकिन गेंद वापस हकीमी के पास आ गई. हकीमी ने बिना गलती किए गेंद को गोल में डाल दिया.
इसके बाद जियानलुइगी डोनारुम्मा ने पाउ टोरेस के स्ट्राइक को शानदार तरीके से रोका, फिर जब नूनो मेंडेस ने एक पोस्ट के माध्यम से एक और शानदार काउंटर अटैक पूरा किया, तो उन्होंने फिर से स्कोर किया.
ब्रेक से 11 मिनट पहले, यूरी टाईलेमैंस का एक घूमता हुआ शॉट विलियम पाको के टच से गोल में चला गया. फिर कप्तान जॉन मैकगिन को एक डिफ्लेक्शन का फायदा मिला, जब उनका दूर से मारा गया शॉट डोनारुम्मा के ऊपर से गोल में चला गया.
कप्तान जॉन मैकगिन को एक डिफ्लेक्शन का फायदा मिला जब उनका दूर से मारा गया शॉट डोनारुम्मा के ऊपर से गोल में चला गया. उसके कुछ ही देर बाद, मार्कस रैशफोर्ड के पेनल्टी एरिया के किनारे से मारे गए शॉट के लिए भी डोनारुम्मा पूरे तरह से तैयार थे.
इटली के इस खिलाड़ी के लिए कुछ करना मुश्किल था जब रैशफोर्ड की शानदार चाल के बाद एजरी कोंसा ने विला के लिए तीसरा गोल दागा. इसके बाद टिएलमैन्स प्रीमियर लीग क्लब को कुल स्कोर में बराबरी पर ला सकते थे, लेकिन डोनारुम्मा ने एक शानदार बचाव करते हुए उनके जोरदार हेडर को रोक दिया.
अंत के दस मिनटों में मार्को असेंसियो का शॉट भी डोनारूम्मा ने अपने पैरों से रोक लिया. आखिरी क्षणों में पाचो ने इयान मास्टन के गोल की तरफ जा रहे शॉट को रोककर टीम को बचा लिया.
आखिरकार लुईस एनरिक की टीम ने दबाव में धैर्य बनाए रखा और चैंपियंस लीग में विला के यादगार पहले प्रदर्शन को समाप्त कर दिया.
मैच के बाद पीएसजी के कोच लुईस एनरिक ने कहा, “मैं इस मैच को लंबे समय तक नहीं भूल पाऊंगा. इस प्रतियोगिता में बहुत कुछ संभालना होता है और बाहर जाकर खेलना हमेशा मुश्किल होता है. हमने शुरुआत में ही दो गोल कर दिए, लेकिन फिर कुछ गलतियां की, जिनका खामियाजा भुगतना पड़ा. जब तीन मिनट में दो गोल खा जाते हैं, तो वापसी मुश्किल हो जाती है. लेकिन ऐसी परिस्थितियां हमें मजबूत बनाती हैं.”
–
एएस/
The post first appeared on .
You may also like
पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून लागू होने से कोई नहीं रोक सकता : रामकृपाल यादव
यह दुर्लभ वस्तु किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं, अगर मिले तो हाथ से जाने मत देना ☉
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करेगी राजस्थान रॉयल्स
आतंकियों से मुठभेड़ों ने आईबी से घुसपैठ का मार्ग उजागर कर दिया : एसएसपी कठुआ
एडीजीपी एफएंडईएस (जेएंडके) ने अग्निशमन और आपातकालीन सेवा मुख्यालय जम्मू में एक मुफ्त चिकित्सा शिविर का उद्घाटन किया