कोलकाता, 2 मई . भारतीय जनता पार्टी के नेता दिलीप घोष ने शुक्रवार को पहलगाम हमले के संदर्भ में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सिर्फ बोलते नहीं हैं, बल्कि करके भी दिखाते हैं. सरदार पटेल के बाद तो लोग भूल ही गए थे कि देश में कोई गृह मंत्री का भी पद होता है, लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई, उससे लोगों को गृह मंत्री के पद का एहसास हुआ.
भाजपा नेता ने ये बातें पत्रकारों से बातचीत के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आतंकियों का समूल नाश किया जाएगा. उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. अब समय आ चुका है कि आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारें.
इसके अलावा, भाजपा नेता दिलीप घोष ने ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के उस बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार कह रही है कि हम आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शेंगे नहीं, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर केंद्र सरकार आतंकियों के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर पाई, तो फिर भाजपा उनके घर में घुस जाएगी.
ओवैसी के इसी बयान पर दिलीप घोष ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “क्या होगा…आप उसे छोड़िए. भाजपा सरकार ने आतंकियों के खिलाफ क्या किया है, जरा वो देखिए.”
उन्होंने सवाल पूछा, पिछले 75 सालों में आतंकियों के खिलाफ किसने कार्रवाई की? आतंकियों को किसने खत्म किया? जवाब बिल्कुल स्पष्ट है, मोदी सरकार ने किया है. आप ये देखिए कि अभी तक तो प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी नहीं कहा है कि हम पाकिस्तान पर हमला करेंगे. लेकिन, उससे पहले ही पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है. वहां पर लोग खौफ में हैं. पाकिस्तान अब धीरे-धीरे खाली होता जा रहा है. वहां के सभी मंत्री अब विदेश रवाना हो रहे हैं. इस तरह से पाकिस्तान खाली होता जा रहा है. पाकिस्तानियों को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए.
भाजपा नेता ने पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब जहाज डूबता है, तो सबसे पहले चूहे ही भागते हैं. पाकिस्तान में मौजूदा स्थिति ऐसी ही बनी हुई है. सभी चूहे अब भाग रहे हैं.
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था. यह सभी पर्यटक देश के अलग-अलग राज्यों से थे. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर ए तैयबा ने ली थी. इस आतंकी हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सबसे पहले 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया था. इसके बाद भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कह दिया था. इसके अलावा, केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों में कटौती करते हुए दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग से कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने का आदेश दिया था.
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एसएचके/केआर
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