अगरतला, 12 अप्रैल . त्रिपुरा के उनाकोटी जिले के कैलाशहर में शनिवार दोपहर वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ रैली निकाली गई, लेकिन रैली अचानक हिंसक हो गई. इस घटना में कम से कम सात पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें एक निरीक्षक भी शामिल है.
यह रैली ‘कैलाशहर संयुक्त कार्रवाई समिति’ के नेतृत्व में तिलाबाजार से शुरू होकर कुब्झर तक जानी थी, लेकिन इस रैली को प्रशासन से अनुमति नहीं मिली थी. आयोजकों ने अनुमति न मिलने पर नगरपालिका क्षेत्र के बाहर रैली आयोजित करने का निर्णय लिया था.
रैली जैसे ही कुब्झर पहुंची, वहां किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कथित रूप से जूता फेंका गया, जिससे भीड़ में आक्रोश फैल गया और प्रदर्शनकारी बेकाबू हो गए.
इसके बाद उग्र भीड़ ने पुलिस पर ईंट-पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं. इस हमले में इंस्पेक्टर जतिंद्र दास समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बाद प्रदर्शनकारी वहां से भाग गए.
घटना के तुरंत बाद कैलाशहर और ईरानी थानों के पुलिस बल, त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई. मौके पर ओसी सुकांता सेन चौधरी, ओसी अरुंडया दास और डीएसपी उत्पलेंदु देबनाथ जैसे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना के बाद उनाकोटी जिला पुलिस अधीक्षक सुधाम्बिका आर और उत्तर त्रिपुरा रेंज के डीआईजी रति रंजन देबनाथ ने मौके का दौरा कर हालात का जायजा लिया. फिलहाल कैलाशहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है. प्रशासन द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में भी वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन किया गया, जो हिंसक हो गया और कई लोग घायल हो गए.
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डीएससी/पीएसके
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