बेंगलुरु, 4 जुलाई . कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कोविड वैक्सीन और हार्ट अटैक या अचानक होने वाली मौतों के बीच किसी भी संबंध को लेकर जारी अफवाहों पर विराम लगाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि अब तक आईसीएमआर और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थाओं की रिपोर्टों में ऐसा कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है जिससे यह कहा जा सके कि कोविड वैक्सीन दिल के दौरे या आकस्मिक मौतों का कारण बनी है.
समाचार एजेंसी से खास बातचीत में शुक्रवार को उन्होंने स्पष्ट किया कि अब तक किसी भी विश्वसनीय संस्था ने यह सिद्ध नहीं किया है कि कोविड वैक्सीन का दिल के दौरे या अचानक मृत्यु से सीधा संबंध है. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि कई लोगों, यहां तक कि चिकित्सकीय समुदाय में भी, इसको लेकर आशंकाएं बनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं. विशेषज्ञों की एक समिति इस विषय पर गंभीरता से जांच कर रही है और हमने उन्हें रिपोर्ट देने के लिए 10 दिन का समय दिया है. जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक किसी भी तरह की अटकलें लगाना अनुचित होगा.
दिनेश गुंडू राव ने कहा कि यह बात सच है कि हाल के वर्षों में युवाओं में हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन इसके पीछे कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे बदलती जीवनशैली, अत्यधिक तनाव, प्रदूषण, खानपान की आदतें और पर्यावरणीय कारक. यह एक बड़ा सार्वजनिक स्वास्थ्य का मुद्दा है और हम लोगों को जीवनशैली सुधारने के लिए जागरूक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक जिले में अचानक हुई कुछ मौतों को लेकर रिपोर्ट आई थी, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगी कि इनमें कोविड वैक्सीन का कोई संबंध है. हर जिले में स्वास्थ्य कारणों से मौतें होती हैं. हमें देखना होगा कि क्या वास्तव में कुछ असामान्य हुआ है या नहीं.
मंत्री ने कहा कि विशेषज्ञ समिति जिलेवार आंकड़ों की तुलना कर रही है, जिससे यह जाना जा सके कि क्या कहीं पर मौतों की संख्या औसत से अधिक है और यदि हां, तो उसका कारण क्या हो सकता है. हमें ठोस जानकारी का इंतजार करना चाहिए. अनावश्यक अटकलें समाज में डर और भ्रम फैला सकती हैं, जो कि इस समय ठीक नहीं है.
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पीएसके/केआर
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