छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक छात्रा ने सोमवार शाम को आत्महत्या कर ली। उसका शव उसके पेइंग गेस्ट रूम में फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया। प्रारंभिक पूछताछ में यह जानकारी मिली कि वह वेलेंटाइन डे पर अपने प्रेमी के न मिलने से परेशान थी, लेकिन बाद में मिले सुसाइड नोट से यह स्पष्ट हुआ कि वह पारिवारिक तनाव से जूझ रही थी। छात्रा ने लिखा था कि वह इतनी मानसिक दबाव को सहन नहीं कर सकती।
दीक्षा समुद्र (22) नाम की यह छात्रा दंतेवाड़ा की निवासी थी और भिलाई में PGDCA की पढ़ाई कर रही थी। वह प्रगति नगर में एक मकान में पेइंग गेस्ट के रूप में रह रही थी। सोमवार शाम को जब उसने अपने दोस्तों का कॉल रिसीव नहीं किया, तो वे उसे देखने पहुंचे। दरवाजा बंद था, और काफी प्रयास के बाद भी नहीं खुला। अंततः उन्होंने खिड़की से झांककर देखा और पाया कि दीक्षा का शव लटका हुआ था।
दोस्तों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। वहां दीक्षा का शव पंखे से लटका हुआ था। बताया गया है कि उसने कुर्सी पर चढ़कर फांसी लगाई थी। पुलिस ने बताया कि दीक्षा ने अपने एक मित्र को कॉल किया था और कहा था कि वेलेंटाइन डे पर उसका प्रेमी मिलने नहीं आया, जिससे वह दुखी थी।
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। जब पुलिस ने कमरे की जांच की, तो एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें दीक्षा ने पारिवारिक तनाव का जिक्र किया था। उसने लिखा था कि वह सभी को प्यार करती है और अपने परिवार की स्थिति के कारण बहुत तनाव में है।
जांच में यह भी सामने आया कि दीक्षा के पिता ने उसकी मां को छोड़ दिया था और दूसरी महिला के साथ रह रहे थे। दीक्षा की मां पहले से शादीशुदा थी और उनका एक बेटा भी है। इसके बाद उन्होंने भरत समुद्र से शादी की, जिससे दीक्षा का जन्म हुआ। इस पारिवारिक स्थिति के कारण अक्सर तनाव बना रहता था।
दीक्षा का प्रेमी भी दंतेवाड़ा का निवासी है, लेकिन उससे अभी पूछताछ नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद से उनकी बातचीत बंद हो गई थी। वेलेंटाइन डे पर प्रेमी मिलने वाला था, लेकिन वह नहीं आया। दीक्षा पिछले चार साल से भिलाई में रह रही थी और यहीं से उसने बीकॉम की पढ़ाई की थी।