भारत में हर कोने में मंदिरों की भरमार है, जिनमें से कुछ अत्यधिक प्रसिद्ध हैं। इन मंदिरों के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं, लेकिन कुछ मंदिरों तक पहुंचना आसान नहीं होता। यहां हम आपको भारत की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं के बारे में बताएंगे, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं।
1. पंच केदार
उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय क्षेत्र में स्थित पंच केदार मंदिरों का समूह लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को घने जंगलों और 12000 फीट ऊंचाई वाली पहाड़ियों पर चढ़ाई करनी पड़ती है। बिना गाइड के रास्ता भटकने का खतरा भी रहता है, जो इसे और चुनौतीपूर्ण बनाता है।
2. कैलाश मानसरोवर
कैलाश मानसरोवर, जो भारत और चीन के लिए धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, तक पहुंचना कठिन है। यात्रा का खर्च भी अधिक होता है, और बेस कैंप तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पैदल यात्रा करते हैं।
3. श्रीखंड महादेव
श्रीखंड महादेव यात्रा को भारत के सबसे कठिन ट्रेक में से एक माना जाता है। यह यात्रा उन लोगों के लिए है जो अपनी सीमाओं को चुनौती देना पसंद करते हैं। यहां 14000 फीट की ऊंचाई पर चढ़ाई करनी होती है और बर्फ से ढके ग्लेशियरों के बीच से गुजरना पड़ता है।
4. हेमकुंड साहिब

हेमकुंड साहिब, जो उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है, लगभग 16000 फीट की ऊंचाई पर है। यहां पहुंचने के लिए तीर्थयात्री ग्लेशियरों के बीच से गुजरते हैं, जो काफी चुनौतीपूर्ण होता है।
5. अमरनाथ
अमरनाथ यात्रा भारत की सबसे प्रसिद्ध धार्मिक यात्राओं में से एक है। यह यात्रा हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, भले ही यह स्थान चुनौतीपूर्ण और दुर्गम हो।
6. तुंगनाथ मंदिर
तुंगनाथ मंदिर, जो भगवान शिव का सबसे ऊंचा मंदिर है, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। यह भी कठिन धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है।
7. कार्तिक स्वामी मंदिर
कार्तिक स्वामी मंदिर उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों पर स्थित है। यह भगवान कार्तिकेय को समर्पित है और यहां की यात्रा बेहद कठिन होती है।
8. केदारनाथ

केदारनाथ मंदिर, जो उत्तराखंड में स्थित है, भगवान महादेव का ज्योतिर्लिंग है। यहां श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक होती है, और चढ़ाई भी कठिन होती है।
9. रुद्रनाथ मंदिर
रुद्रनाथ मंदिर, जो पंच केदार में से एक है, तक पहुंचने के लिए कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है। यहां भगवान शिव के चेहरे के दर्शन किए जा सकते हैं।
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