अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकी अभी भी जारी है। आईफोन निर्माता कंपनी एप्पल को दी धमकी के बाद अब राष्ट्रपति ट्रंप ने सैमसंग और अन्य फोन बनाने वाली कंपनियों को टैरिफ लगाने की खुली चेतावनी दी है। ट्रंप ने एप्पल, सैमसंग के साथ ही अन्य स्मार्टफोन निर्माताओं को अमेरिकी फर्स्ट नीति के अंतर्गत अमेरिका में निर्माण करने का सख्त संदेश दिया है। यदि अमेरिका में कंपनी स्मार्टफोन का निर्माण नहीं करती है तो उन्हें अमेरिका में प्रोडक्ट बेचने के लिए ज्यादा टैरिफ का भुगतान करना पड़ेगा। इससे स्मार्टफोन महंगे हो जाएंगे। ट्रंप की अमेरिकी फर्स्ट नीति बन गई है बवाल ट्रंप जब से राष्ट्रपति बने हैं तब से अमेरिकी फर्स्ट नीति का राग अलाप रहे हैं। पहले उन्होंने कई देशों पर भारी भरकम टैरिफ लगाया। अब वे कंपनियों को अपने देश में उत्पादन के लिए मजबूर कर रहे हैं। साथ ही यह धमकी भी दे रहे हैं कि जो कंपनियां अमेरिका में उत्पादन नहीं करेंगी उनके खिलाफ भारी भरकम टैरिफ लगाया जाएगा। सैमसंग पर टैरिफ लगाने का क्या है अमेरिका का नया फरमान प्रेसिडेंट ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह साफ किया कि यदि सैमसंग और अन्य स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां अमेरिका के बाहर निर्माण करती है और अमेरिका में उनके प्रोडक्ट भेजते हैं तो उन्हें लगभग 25% का आयात शुल्क देना होगा। अमेरिका ने टैरिफ का या फरमान केवल सैमसंग और एप्पल के लिए ही नहीं बल्कि उन सभी कंपनियों के लिए जारी किया है जो अमेरिका में फोन बेचती हैं। अमेरिका में प्रोडक्शन प्लांट लगाने पर मिलेगी भारी छूटअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा है कि यदि कंपनियां अमेरिका में अपना प्रोडक्शन शुरू करती है तो उन्हें टैरिफ से मुक्ति तो मिलेगी ही साथ ही प्लांट लगाने के लिए भारी छूट भी दी जाएगी। यदि ऐसा होता है तो अमेरिकी उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा जिससे नौकरियां बढ़ेगी। सैमसंग को सता रहा टैरिफ का डर?साल 2019 में सैमसंग ने चीन में अपना आखिरी स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बंद कर दिया था। इसके बाद से कंपनी भारत, वियतनाम, ब्राजील और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में प्रोडक्शन कर रही है। अब ट्रंप के नए प्रमाण के बाद सैमसंग की टेंशन बढ़ चुकी है। क्योंकि अमेरिका में उन्हें फोन की सप्लाई करने पर ज्यादा टैरिफ देना पड़ेगा। इसके अलावा यदि सैमसंग अमेरिका में अपना प्रोडक्शन प्लांट शिफ्ट करती है तो उसकी लागत में और वृद्धि हो जाएगी। क्योंकि अमेरिकी श्रम लागत काफी अधिक है। सैमसंग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सैमसंग की सेल पर पड़ेगा असर यदि सैमसंग अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की स्थापना नहीं करती है तो इससे अमेरिकी बाजार में उनके फोन की कीमत बढ़ जाएगी। ग्राहकों को सैमसंग के फोन खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेगी। जिससे कंपनी की सेल में गिरावट आ सकती है क्योंकि ग्राहक सस्ते फोन की तरफ रुख कर सकते हैं। अभी सैमसंग अमेरिका में पहले से कुछ डिवाइस बनती है। लेकिन वहां स्मार्टफोन का निर्माण नहीं किया जाता है। भारत और वियतनाम जैसे देशों की तुलना में अमेरिका में श्रम लागत ज्यादा तो है ही साथ ही यदि अमेरिका में नया प्लांट लगाने पर विचार भी किया जाता है तो इससे समय भी ज्यादा लगेगा और खर्च भी बढ़ेंगे। यदि कंपनी अमेरिका द्वारा बढ़ाए गए टैरिफ का बोझ खुद उठाती है तो इससे उसके लाभ में कमी आएगी। इसके अलावा यदि बड़े हुए टैरिफ का बोझ ग्राहकों पर डाला जाता है तो इससे फोन की कीमतें बढ़ जाएगी जिससे प्रतिस्पर्धा प्रभावित होगी।
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