दिसंबर 2022 में भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत एक भयानक कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तत्काल मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया। उनके इलाज में शामिल प्रसिद्ध आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. दिनेश पारदीवाला ने बताया कि पंत का दायां घुटना टूट गया था, दाएं टखने में चोट थी, और शरीर पर कई अन्य छोटी-मोटी चोटें थीं। दुर्घटना के दौरान कार के टूटे शीशों से उनकी पीठ की त्वचा भी बुरी तरह छिल गई थी, और शरीर का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। डॉ. पारदीवाला ने कहा कि पंत का जीवित बचना किसी चमत्कार से कम नहीं था।
“क्या मैं फिर से खेल पाऊंगा?” पंत ने डाक्टरों से पूछा था यही सवालअस्पताल में भर्ती होने के बाद पंत का पहला सवाल था, “क्या मैं दोबारा क्रिकेट खेल पाऊंगा?” उनकी मां ने अधिक व्यावहारिक सवाल पूछा कि क्या वह फिर से चल पाएंगे। डॉ. पारदीवाला ने बताया कि सर्जरी के बाद पंत कई हफ्तों तक अपने हाथों को हिला नहीं पाए। उनकी हालत इतनी नाजुक थी कि वे खुद से ब्रश तक नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि उनके दोनों हाथ सूज गए थे।
क्रिकेट के मैदान पर ऋषभ पंत की शानदार वापसीपंत ने हार नहीं मानी और कठिन परिश्रम के बाद 635 दिनों में क्रिकेट के मैदान पर वापसी की। पिछले साल उन्होंने आईपीएल के जरिए अपनी वापसी की और 2024 टी20 विश्व कप में विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे। वर्तमान में, पंत इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम के साथ हैं, जहां उन्होंने लीड्स टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
चलने में सक्षम होने के बाद पंत बेंगलुरु की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) गए, जहां उन्होंने गहन पुनर्वास और प्रशिक्षण लिया। इस समर्पण और मेहनत ने उन्हें क्रिकेट में वापसी करने में मदद की, जिससे वे एक बार फिर भारतीय टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गए। पंत की यह यात्रा न केवल उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि कठिनाइयों के बावजूद मेहनत और विश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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