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रुद्रप्रयाग हादसे में मानवता की मिसाल: बिना संसाधनों के ग्रामीण बने रक्षक

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रुद्रप्रयाग, 26 जून (हि.स.)। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में घोलतीर के पास गुरुवार की सुबह हुए भीषण सड़क हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने अदम्य साहस और मानवता की मिसाल पेश की। बिना किसी उपकरण और सरकारी संसाधनों के ये ग्रामीण खाई में उतरकर घायलों को बचाने में जुट गए और बाद में पहुंचे एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य राहत बलों का भरपूर सहयोग किया।

कैसे हुआ हादसा

गुरुवार को बदरीनाथ राजमार्ग पर घोलतीर के समीप नारायणघाटी में बदरीनाथ जा रहा एक टेंपो-ट्रैवलर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वाहन हाईवे के किनारे बने पैराफिट को तोडक़र सीधे अलकनंदा नदी में जा समाया। जहां पर हादसा हुआ, वहां पर सडक़ के नीचे सीधे ढलानवाली खाई है। जैसे ही वाहन सडक़ से नीचे खाई में गिरा, इस दौरान कुछ यात्री वाहन के खिडक़ी के कांच टूटते ही बाहर छिटक गये और जोर-जोर से चिल्लाते हुए मदद मांगने लगे। रोने-चीखने की आवाज सुनते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गये।

शिक्षक ने देखा हादसा, तुरंत दौड़े मदद कोवहीं, अलकनंदा नदी के दूसरे छोर पर बसे भटवाड़ी गांव निवासी व घटना के प्रत्यक्षदर्शी शिक्षक सतेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि वह अपनी स्कूल के लिए पैदल मार्ग से घोलतीर पहुंच रहे थे, तभी उनकी आंखों के सामने वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बिना देर किये उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिकारी से संपर्क कर घटना की जानकारी दी और स्वयं भी कोठगी झूला पुल के दूसरी छोर से पगडंडी से सीधे घटनास्थल पर पहुंच गये। उन्हाेंने बताया कि घायलों में कुछ को गंभीर चोट थीं। दो बच्चों सहित कुछ महिलाओं को कम चोंटे आईं थी, पर वह दर्द से बिलख-बिलख कर रो रहे थे। बताया कि स्थानीय अन्य युवाओं, व्यापारियों ने भी घायलों को सडक़ तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। साथ ही एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना, फायर और पुलिस का रेस्क्यू पूरा होने तक सहयोग किया। रेलवे परियोजना में कार्य करने वाले वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वह सुबह अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे, तभी उन्हें एक फोन आया कि एक यात्री वाहन दुर्घटनाग्रस्र्त हो गया है, तो वह भी सीधे घटनास्थल के दौड़ पड़े। बताया कि सबसे पहले एक घायल महिला को रेस्क्यू कर सडक़ तक पहुंचाया।

इसके बाद उन्होंने अन्य लोगों के साथ मिलकर सात लोगों का रेस्क्यू किया। उन्हें खून से लथपत शव भी मिला। स्थानीय युवा गौरव चौधरी ने बताया कि जैसे ही उन्हें खबर मिली कि घोलतीर के समीप कोई वाहन हादसा हो गया है। वह अन्य लोगों के साथ दौड़ते हुये मौके पर पहुंचे।

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हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति

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