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आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम साथ, पनामा के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री किया भारत का समर्थन

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कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल पनामा के दौरे पर हैं। इस बीच, पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो क्विंटेरो ने गुरुवार (भारतीय समयानुसार) को कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में भारत के आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ रुख का समर्थन किया। यह बैठक पनामा सिटी के राष्ट्रपति भवन में हुई और यह भारत के वैश्विक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण क्षण था, जिसमें सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने का लक्ष्य था।

थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आज दोपहर पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो क्विंटेरो के साथ उनके भवन में रचनात्मक और उपयोगी चर्चा की। राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के लिए समर्थन व्यक्त किया। इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न दलों के सांसद शामिल थे, जो इस मुद्दे पर राष्ट्रीय सहमति को दर्शाते हैं। इनमें लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की शांभवी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद, शिवसेना के मिलिंद मुरली देवड़ा, बीजेपी के शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता, तेजस्वी सूर्या और तेलुगू देशम पार्टी के जीएम हरीश बालयोगी शामिल थे।

राष्ट्रपति के साथ बैठक के अलावा प्रतिनिधिमंडल ने पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा और उप-मंत्री कार्लोस होयोस के साथ चर्चा की। मुख्य विषयों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत का संकल्प शामिल था। थरूर ने एक्स पर लिखा, आज पनामा के विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा के साथ उत्कृष्ट और रचनात्मक बातचीत हुई, जिसके बाद दोपहर के भोजन पर चर्चा हुई। उनके साथ उप-मंत्री कार्लोस होयोस और दो सांसद भी थे, जो भारत के प्रति सम्मान को दर्शाता है।

पूर्व भारतीय राजनयिक तरनजीत सिंह संधू भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, पनामा सिटी के राष्ट्रपति भवन में पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो के साथ भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की उपयोगी बैठक हुई। विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा वास्केज और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। राष्ट्रपति ने भारत के लिए पनामा के समर्थन और आतंकवाद के विरोध को रेखांकित किया। इस यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पनामा विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनकी स्मृति में एक आम का पौधा लगाया। भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य भी इस समारोह में मौजूद थे और उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की।

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