कोलकाता नाइट राइडर्स की सफलताओं में आंद्रे रसल की हमेशा अहम भूमिका रहती है. इस कारण टीम ने उन्हें जीत के रूप में बर्थ डे का तोहफ़ा दिया.
केकेआर की ताक़त स्पिन गेंदबाज़ी को माना जाता है और इस ताक़त के दम पर ही उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स को 14 रन से हराकर खुद को प्लेऑफ़ की दौड़ में बनाए रखा है.
इस जीत से केकेआर के 10 मैचों में 9 अंक हो गए हैं और वह बाकी चार मैच जीतकर 17 अंक तक जा सकती है.
केकेआर ने पहले बल्लेबाज़ी करके नौ विकेट पर 204 रन बनाए. जबकि दिल्ली कैपिटल्स उतार-चढ़ाव वाले मैच में 9 विकेट पर 190 रन ही बना सकी.
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दिल्ली कैपिटल्स के लिए घर में खेलना मुश्किल हो रहा है. यही वजह है, वह घर में खेले चार मैचों में से तीन में हार चुकी है.
वह एक समय अंक तालिका में शीर्ष पर रहने के बाद अब 12 अंकों से तीसरे स्थान पर आ गई है.

इस सीज़न में दिल्ली कैपिटल्स की रीढ़ साबित हो रहे केएल राहुल के एक बेहतरीन थ्रो पर रन आउट होने से स्थिति कमज़ोर होती दिख रही थी.
लेकिन इस स्थिति में कप्तान अक्षर पटेल ने दूसरे छोर पर जमकर खेल रहे फाफ डुप्लेसी का अच्छा साथ निभाया और 42 गेंदों में 76 रन की साझेदारी निभाकर अपनी चुनौती को पटरी पर ला दिया.
यह समय था, जब दिल्ली कैपिटल्स लक्ष्य की तरफ बढ़ती नज़र आ रही थी. लेकिन सुनील नारायण ने 14वें ओवर में पहले अक्षर को और फिर ट्रिस्टन स्टब्स का विकेट निकालकर मैच को केकेआर की तरफ़ मोड़ दिया.
सुनील नारायण ने अगले ओवर में टीम का एक छोर संभाले डुप्लेसी को कैच कराकर रही-सही उम्मीदों को भी ख़त्म कर दिया.
सुनील नारायण ने चार ओवरों में 29 रन देकर तीन विकेट निकाले.
सुनील इससे पहले केकेआर को अच्छी शुरुआत दिला चुके थे. उन्होंने 16 गेंदों में 27 रन की पारी खेली थी.
गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन करने की वजह से उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया.
आंद्रे रसल ने कहा, "मैंने टीम मीटिंग के दौरान सभी खिलाड़ियों से बर्थ डे गिफ़्ट के तौर पर जीत देने को कहा था. इस अनोखी लीग का मेरी बर्थ डे पर गेम रखने के लिए धन्यवाद! हमने कप्तान से एक ओवर में छह यॉर्कर डालने के इरादे से गेंदबाज़ी करने की बात कही थी."
"बहुत संभव था कि छह यॉर्कर नहीं पड़ पाएं पर इरादा यही रहना था. हम इस सीज़न में एक इकाई के रूप में बल्लबेज़ी नहीं कर पाए हैं, फिर भी अच्छे स्कोर बनाते रहे हैं."
दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान अक्षर पटेल ने कहा, "हमने पॉवरप्ले में जिस तरह से गेंदबाज़ी की, हम 15-20 रन ज़्यादा दे गए. पर हम उन्हें इसके बाद थामने में सफल हो गए. विप्रज के खेलते समय हमें जीत की उम्मीदें बनी हुई थीं. पर आशुतोष से उसे सहयोग नहीं मिल सका. भाग्य कभी आपका साथ देता है और कभी नहीं देता है."
विप्रज इस सीज़न में एलएसजी के ख़िलाफ़ आशुतोष के साथ मिलकर निश्चित नज़र आ रही हार को जीत में बदल चुके थे.
इस जोड़ी पर ही सारा दारोमदार था. विप्रज ने अच्छे प्रदर्शन से आख़िर तक जीत की उम्मीदों को बनाए रखा. पर इस प्रयास में उन्हें आशुतोष का सहयोग नहीं मिल सका और टीम लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी.
इस जोड़ी को ख़तरनाक बनने से रोकने वाले वरुण चक्रवर्ती रहे. उन्होंने दूसरी और तीसरी गेंद पर आशुतोष और मिचेल स्टार्क के विकेट निकालकर विप्रज के प्रयासों को कमज़ोर कर दिया.
विप्रज इन झटकों के बाद भी अकेले दम संघर्ष करते रहे. उन्होंने 200 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करके 19 गेंदों में 38 रन की पारी खेली.
इसमें उन्होंने पांच चौके और दो छक्के लगाए.

केकेआर ने पॉवर प्ले में इस सीज़न का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. रहमनुल्ला गुरबाज और सुनील नारायण की ओपनिंग जोड़ी ने आक्रामक अंदाज में शुरुआत करके एक विकेट पर 79 रन बनाए.
उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एलएसजी के ख़िलाफ़ 90 रनों का था.
ओपनर रहमनुल्ला के 26 रन बनाकर आउट होने के बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी आते ही तीसरे गियर पर ही पैर रखकर तेज़ी से रन बनाने का सिलसिला बनाए रखा.
केकेआर की रन गति को नहीं थाम पाने में कहीं ना कहीं दिल्ली कैपिटल्स की रणनीति की भी भूमिका रही.
रहाणे और सुनील नारायण दोनों ही तेज़ गेंदबाज़ों को बहुत अच्छे से खेलते हैं. पर वे स्पिन का इतने भरोसे के साथ सामना नहीं कर पाते हैं.
दिल्ली का पॉवर प्ले में स्पिनर को नहीं लगाना ग़लत फैसला माना जा सकता है. विप्रज निगम को सातवें ओवर में आक्रमण पर लाते ही सुनील नारायण को वापस भेजकर इस ग़लती का अहसास करा दिया.
स्पिनरों ने बीच के ओवरों में विकेट निकालकर रन गति पर किसी हद तक लगाम लगा दी.
केकेआर ने एक समय नौ ओवरों में तीन विकेट पर 111 रन बना लिए थे. यह मौका था, जब उनके स्कोर को 225 से ऊपर जाने की उम्मीद की जा रही थी.
स्पिनरों के दवाब बनाने के दौरान अंगकृष रघुवंशी ने उम्दा बल्लेबाजी से स्कोर को 200 पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
इस दौरान उन्हें रिंकू सिंह से अच्छा सहयोग मिला. इस जोड़ी ने 46 गेंदों में 61 रन की साझेदारी निभाकर लगातार लगे झटकों से टीम को उबारा.
रघुवंशी ने 44 रनों की पारी खेली, जिसमें तीन चौके और दो छक्के शामिल थे. वहीं रिंकू सिंह ने 36 रनों का योगदान किया.
यह सच है कि रिंकू जिस तरह के खेल के लिए जाने जाते हैं, उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. फिर भी उनकी आज की पारी जीत में महत्वपूर्ण साबित हुई.

स्टार्क के आख़िरी ओवर में भरपूर एक्शन देखने को मिला. इस ओवर में रोवमैन पॉवेल, अनुकूल रॉय और आंद्रे रसल के विकेट निकले, जिससे स्कोर में कुछ रनों की कमी रह गई.
पॉवेल और अनुकूल के विकेट निकलने के बाद रसल के रन आउट हो जाने पर भी दिल्ली कैपिटल्स ने रसल के विकेट के पीछे कैच होने का रिव्यू लिया.
पर गेंद बल्ले से नहीं लगने की वजह से वह रन आउट हुए. वह यदि कैच हो जाते तो मिचेल स्टार्क की हैट्रिक हो जाती.
इस ओवर में पहली बार चार बार रिव्यू लिए गए. दो वाइड गेंद के लिए और दो बार आउट के लिए.
इसके अलावा दुष्मंता चामीरा का बेहतरीन कैच भी देखने को मिला.
अनुकूल रॉय के फ़्लिक पर बाउंड्री लाइन पर खड़े चामीरा ने फ़ुल लेंथ गेंद की डाइव लगाकर दर्शनीय कैच पकड़ा.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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