राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। गुरुवार (9 जुलाई) को भीलवाड़ा में एसीबी की टीम ने एक सरपंच-ईमित्र को 24,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा। दूसरा मामला राजधानी जयपुर से आया है। जहां जयपुर जेल में एक जेल प्रहरी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में जेल में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनमें जेल से कई धमकी भरे फोन कॉल आए। इसके बाद कैदियों पर कड़ी नजर रखने और जेल में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद जेल प्रहरी अब जेल में भ्रष्टाचार कर रहे हैं। जयपुर जेल में एक जेल प्रहरी ने कैदी की सुविधा के लिए 70,000 रुपये की रिश्वत का सौदा किया था। वहीं, अब प्रहरी को 26,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
जेल में परेशान न करने की एवज में रिश्वत
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी चौकी जयपुर नगर तृतीय जयपुर को शिकायत मिली थी कि परिवादी का भाई फिरौती के एक मामले में पिछले 8 दिनों से जिला कारागार जयपुर में बंद है, जिसे जेल प्रहरी आरोपी जगवीर सिंह द्वारा जेल में परेशान न करने की एवज में परिवादी से 70,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी उप महानिरीक्षक-द्वितीय जयपुर राहुल कोटोकी के पर्यवेक्षण में, ज्ञान प्रकाश नवल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं सुरेश कुमार स्वामी, पुलिस उपाधीक्षक, एसीबी जयपुर नगर तृतीय जयपुर के नेतृत्व में आज श्री नाथूलाल बंशीवाल, पुलिस निरीक्षक एवं अन्य के साथ ट्रैप कार्रवाई करते हुए आरोपी श्री जगवीर सिंह, जेल प्रहरी, जिला कारागार जयपुर को 26,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी से पूछताछ एवं कार्यवाही जारी है। एसीबी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर मामले में आगे की जांच करेगी।
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