दौसा और सवाई माधोपुर जिले के हजारों किसानों के लिए जीवन रेखा माने जाने वाले एशिया के सबसे बड़े कच्चे बांध मोरेल बांध पर शुक्रवार दोपहर से बह रही चादर का जलस्तर शनिवार को करीब एक फीट तक बढ़ गया है। मोरेल बांध पर बह रही चादर के साथ ही वेस्ट वियर पर पानी की कलकल ध्वनि और चारों ओर पानी का नजारा काफी मनोरम हो गया है। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता चेतराम मीणा ने बताया कि शुक्रवार शाम से शनिवार शाम तक वेस्ट वियर पर करीब 9 इंच जलस्तर बढ़ा है, लेकिन अब यह जलस्तर स्थिर हो गया है और आने वाले दिनों में भी वेस्ट वियर पर एक फीट चादर बहने की उम्मीद है। वहीं, अगर जयपुर क्षेत्र और बांध के आसपास के गांवों में तेज बारिश होती है, तो चादर का जलस्तर बढ़ सकता है।
लोगों की आवाजाही रोकी गई
उन्होंने बताया कि वेस्ट वियर के बहने के साथ ही वहां लोगों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है। वेस्ट वियर के पास जेसीबी से एक गड्ढा खोद दिया गया है, ताकि कोई आगे न जा सके। इसके अलावा, वेस्ट वियर के पास बनी दीवारों पर कंटीले तार भी लगाए जाएँगे, जिससे लोग दीवार पर चढ़कर मोबाइल से वीडियो-फोटो नहीं बना पाएँगे।
पानी की तेज़ आवक
उधर, वेस्ट वियर के संचालन के साथ ही मोरेल नदी में भी पानी की तेज़ आवक हो रही है। लालसोट-कोटा मेगा हाईवे पर बनी मोरेल पुलिया क्षेत्र में नदी के एक बड़े हिस्से में पानी बह रहा है। बारिश के कारण मोरेल नदी में लगातार पानी की आवक हो रही है। इसके अलावा, बांध से सटे खटवा गाँव के पास भी पानी पहुँच गया है, जिससे बांध तलहटी और आसपास के क्षेत्र में लगी सब्जी की फसल पूरी तरह पानी में डूब गई है। किसानों ने बताया कि अब जलभराव के कारण सब्जियों की पैदावार प्रभावित होगी।
एसडीएम और डिप्टी एसपी ने लिया जायजा
उपखंड अधिकारी विजेंद्र कुमार मीणा, पुलिस उपाधीक्षक दिलीप कुमार मीणा और मंडावरी थानाधिकारी घासीराम ने शनिवार दोपहर मोरेल बांध पहुँचकर बांध और वेस्ट वियर का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि शुक्रवार को चादर चलना शुरू हुई थी, जिसकी मोटाई करीब 2-3 इंच थी, शनिवार को चादर की मोटाई बढ़कर करीब 1 फीट हो गई। स्थिति की गंभीरता और जन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने जेसीबी से सड़क खोदकर उसे बंद कर दिया है, जिससे आमजन, खासकर सोशल मीडिया के लिए रील आदि बनाने पहुंचने वाले लोग अब बांध क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
इसके साथ ही 24 घंटे मौके पर पुलिस की एक टुकड़ी तैनात की गई है, जो लोगों को बांध की चादर या आस-पास के क्षेत्र में जाने से रोकने का काम कर रही है। इस दौरान सहायक अभियंता, सिंचाई विभाग, लालसोट, विकास अधिकारी, पंचायत समिति और आयुक्त नगर परिषद को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पहले से आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा लाइफ जैकेट तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन आमजन से अपील कर रहा है कि वे अनावश्यक रूप से बांध क्षेत्र की ओर न जाएं और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
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