प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, जिले के जंगल में जहां कुछ समय से मानवीय गतिविधियां काफी बढ़ती जा रही है। ऐसे में जंगल में रहने वाले कई प्रकार के जीव यहां से अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अन्यत्र जाने लगे है। वहीं कई बार भोजन की तलाश में भी आबादी के पास तक पहुंच जाते है। ऐसे में लोगों में भय का माहौल बन रहा है। वन्यजीवों की आबादी इलाकों में हलचल बढ़ गई है। जिससे उनके जीवन पर संकट खड़ा हो गया है।गौरतलब है कि गत कुछ वर्षों से जंगलों में मानवीय गतिविधियां बढ़ गई है। जिससे जंगल में रहने वाले वन्यजीव अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगे है। वहीं जंगल में शिकार होने और आवास स्थान कम होने से कई जीवों की संख्या पर भी प्रतिकूल प्रभाव पडऩे लगा है। ऐसे में कई जीव अब आबादी की ओर रुख करने लगे हैं। जिससे कई बार ये मनुष्यों पर हमला कर देते है या खुद ही शिकार बन जाते है। इस प्रकार की घटनाएं गत दिनों से बढ़ती जा रही है।
खेड़ी आर्य नगर में पैंथर का खौफ, लगाए तीन पिंजरे
छोटीसादडी उपखंड क्षेत्र के खेड़ी आर्य नगर गांव में गत एक सप्ताह से पैंथर का खौफ होने से ग्रामीणों में भय है। यहां पर एक पैंथर ने किसान पर हमला कर दिया था। वहीं एक बछड़े और एक भैंस को भी शिकार बनाया था। जिसके बाद वन विभाग ने यहां तीन पिंजरे लगाए है। लेकिन पैंथर की गतिविधियां यहां नहीं हो रही है। रेंजर प्रताप सिंह चूंडावत ने बताया कि यहां गांव के पास खेतों में एक पैंथर देखा गया। पैंथर ने एक भैंस का शिकार किया था। उसी समय किसान गोपाल पाटीदार पहुंचा। जहां पैंथर ने हमला कर दिया था। अचानक हुए हमले से आसपास के लोग मौके पर दौड़ कर आए और गोपाल पाटीदार को बचाते हुए अपनी सूझ.बूझ और साहस का परिचय देते हुए पैंथर को भगा दिया। इसके बाद दूसरे दिर पैंथर ने एक बाड़े में घुसकर बछड़े को अपना शिकार बनाया था। इसके बाद विभाग की ओर से यहां तीन पिंजरे लगाए गए है। ग्रामीणों ने बताया कि करीब एक दो माह से पैंथर गांव के बाहरी इलाके में दिखाई दे रहा था। जो आए दिन मवेशियों को शिकार बना रहा था। बताया जा रहा है कि पैंथर मादा है और उसके साथ में दो शावक भी है।