विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम की महिमा दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हरियाणा और अन्य देशों से भक्त श्याम के दर्शन के लिए आते हैं। श्याम जी मंदिर के अलावा खाटू धाम से कई ऐसे स्थान हैं जहां भक्त दर्शन कर सकते हैं। आज हम आपको इन स्थानों के बारे में बताएंगे। ये सभी स्थान खाटू श्याम जी के पास ही हैं।
तोरण द्वार: यह खाटूश्याम जी नगर का प्रवेश द्वार है, यह वो स्थान है जहां भक्त रींगस से पैदल खाटूश्याम जी आने पर सबसे पहले अपना शीश झुकाते हैं। यहां साल भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है। यह स्थान श्याम भक्तों के लिए सेल्फी पॉइंट की तरह भी है। रात के समय इस स्थान का नजारा बेहद मनोरम होता है।
श्याम कुंड: यह स्थान खाटूश्याम जी मंदिर से 1 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। इस श्याम कुंड से बाबा श्याम का सिर एक चरवाहे को मिला था। इस श्याम कुंड में स्नान करने के बाद आप मनोकामना धागा और नारियल बांधकर बाबा श्याम से अपनी मनोकामना मांग सकते हैं। श्याम दर्शन के बाद श्याम कुंड सबसे बेहतरीन डेस्टिनेशन है। यहां आपको श्याम भक्तों की एक अलग ही छाप देखने को मिलेगी।
श्याम बगीची: यह स्थान खाटूश्याम जी मंदिर के पास है। इस स्थान पर खाटू श्याम के सबसे बड़े भक्त महंत आलू सिंह महाराज की समाधि स्थल है। उन्होंने ही भक्ति और कीर्तन के माध्यम से खाटूश्याम जी की महिमा को दूर-दूर तक फैलाया था। इसके अलावा इस बगीची में गुलाब के फूल उगाए जाते हैं, जो बाबा श्याम को सुशोभित करते हैं।
खंडित शिवलिंग मंदिर: यह मंदिर खाटू श्याम जी के मुख्य बाजार में स्थित है। यह शिव मंदिर विक्रम संवत 600 का बताया जाता है। कहा जाता है कि जब औरंगजेब के सेनापति मुर्तजा खान ने अपने भाले से इस शिवलिंग पर हमला किया था, तो इसमें से खून की धारा बह निकली थी। इसका प्रमाण आज भी मौजूद है।
रींगस श्याम मंदिर: यह मंदिर खाटूश्याम जी से 17 किलोमीटर दूर रींगस में स्थित है। यहां भी श्याम जी का मंदिर खाटूश्याम जी की तरह ही बना हुआ है। इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि जो भी भक्त रींगस से खाटूश्याम जी की तीर्थ यात्रा करता है, तो उसका निशान इसी मंदिर से लिया जाता है।यह मंदिर बहुत भव्य है।
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