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खिल उठे 472 बांध! बारिश ने राजस्थान को दी संजीवनी, अब नहीं होगी पीने और सिंचाई के पानी की कमी

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अच्छे मानसून ने राजस्थान के बांधों की तस्वीर बदल दी है। राज्य के 3 बड़े बांधों को छोड़कर बाकी सभी बांधों में पानी आने लगा है। सूखे बांधों की तस्वीर भी अलग नजर आने लगी है।जून में मानसून की एंट्री के बाद राजस्थान के बांधों में पानी के आंकड़े तेजी से बदल रहे हैं। 22 बड़े बांधों में से सिर्फ 3 बांध खाली हैं, बाकी सभी बांधों की तस्वीर अब बदलने लगी है। वहीं, प्रदेश के 692 बांधों में से 68 बांध पूरे भरे हैं और 404 बांध आंशिक रूप से भरे हैं। सिर्फ 220 बांध खाली हैं।

राणा प्रताप सागर, कोटा बैराज, जवाहर सागर, माही बजाज सागर, बीसलपुर बांध, टोरडी सागर, पार्वती बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है। आने वाले दिनों में इन बांधों में पानी की मात्रा और बढ़ेगी। जयपुर, अजमेर, टोंक, दौसा की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में करीब 70 फीसदी पानी है।

प्रमुख बांधों में आया पानी, खुशियां लेकर आया

बांध                गेज       पानी का प्रतिशत             
राणा प्रताप सागर    351.82 RL METER   93%
कोटा बैराज    259.83 RL METER 97%
जवाहर सागर     297.58 RL METER    85%
बीसलपुर बांध      313.86 RL METER    70%
माही बजाज सागर     275.00 RL METER     64%

5 प्रमुख बांधों में सबसे कम पानी

बांध    गेज             पानी का प्रतिशत     
मेजा डैम    6.11 RL METER    7%
जवाई बांध  5.26 RL METER    15%
छापरवाड़ा बांध 5.88 RL METER  16%
जाखम डैम     36.00 RL METER    25% 
सरदार समंद बांध 5.49 RL METER     33%

इन संभागों में बारिश की संभावना

राजस्थान में 15 जून से ही बांधों में पानी आना शुरू हो गया था। सबसे खास बात यह है कि जुलाई की शुरुआत में ही मानसून की जोरदार बारिश हुई थी। ऐसे में अभी जुलाई अगस्त का पूरा मानसून बाकी है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में पूर्वी राजस्थान के कोटा, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर में बारिश की संभावना है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर में भी मानसून की बारिश की संभावना है।

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