राजस्थान के दौसा जिले के महवा थाना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो लोगों को बहला-फुसलाकर शारीरिक संबंध बनाता था और फिर उन्हें झूठे दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपए ऐंठ लेता था। पुलिस ने इस गिरोह के मुख्य सरगना चंद्रपाल उर्फ चंद्रवीर को तीन महिलाओं के साथ गिरफ्तार कर इस धंधे का पर्दाफाश किया है।
जानिए कैसे रची गई साजिश
दौसा पुलिस अधीक्षक सागर राणा ने बताया कि 6 मई 2025 को खावड़ा निवासी राजवीर गुर्जर ने शिकायत दर्ज कराई थी। राजवीर ने बताया कि चंद्रपाल, सविता उर्फ प्रीति, शबाना खातून, प्रेमवती और राजेंद्र गुर्जर ने मिलकर गिरोह बनाया था। यह गिरोह भोले-भाले लोगों को बहला-फुसलाकर होटल में बुलाता है और सहमति से शारीरिक संबंध बनाता है और फिर दुष्कर्म का झूठा मामला दर्ज कराने की धमकी देकर मोटी रकम ऐंठ लेता है। राजवीर के साथ भी 5 मई को महवा के मूनलाइट होटल में ऐसी ही साजिश रची गई थी, जहां उससे 2 लाख रुपए मांगे गए थे।
पहले भी कई वारदातें
पुलिस जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने पहले भी ईशू नाम की महिला के जरिए बयाना के एक व्यक्ति को अपने जाल में फंसाकर महवा थाने में झूठा बलात्कार का मामला दर्ज करवाया था और पैसे ऐंठ लिए थे। गिरोह का यह अवैध कारोबार दिल्ली, हरियाणा और आगरा तक फैला हुआ था।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की
शिकायत मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। चंद्रपाल उर्फ चंद्रवीर (फरीदाबाद), सविता उर्फ प्रीति (गुरुग्राम), शबाना खातून (गुरुग्राम) और प्रेमवती (आगरा) को गिरफ्तार कर लिया गया।पुलिस ने इनके पास से तीन मोबाइल फोन और 3000 रुपये की अवैध रकम भी बरामद की है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है और इस रैकेट के पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
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