कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा में मां वाउचर योजना की शुरूआत मंगलवार से हो गई। अब बुधवार से सरकारी और निजी सोनोग्राफी सेंटरों पर महिलाओं को नि:शुल्क सोनोग्राफी की सुविधा मिलेगी। सीएमएचओ डॉ. जगदीश सोनी ने बताया कि सीएम ने इसकी शुरूआत की है। इस योजना के शुरू होने से न सिर्फ संस्थागत प्रसव बढ़ेंगे, बल्कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में सुधार हो सकेगा। समय पर सोनोग्राफी होने से हाई रिस्क प्रेगनेंसी चिन्हित कर ऐसी गर्भवतियों को हायर सेंटर पर रैफर किया जाएगा। योजना में 12 सप्ताह से अधिक के गर्भ वाली महिला को उसकी सहमति के बाद एसएमएस के माध्यम से कूपन भेजा जाएगा। कूपन का प्रिंट लिया जा सकेगा।
कोटा में 94 से अधिक सोनोग्राफी सेंटर : आरसीएचओ डॉ. रमेश कारगवाल ने बताया कि कोटा में 94 से अधिक सोनोग्राफी सेंटर हैं, जहां पर गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी की सुविधा दी जाएगी। लिंक पर क्लिक करने से क्यूआर कोड प्राप्त होगा,जिसे स्केन करके निजी चिकित्सा संस्थान पर सोनोग्राफी कराई जा सकेगी। योजना के लिए मान्य सोनोग्राफी सेंटर्स को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से एमओयू करना होगा। अधिकतम संस्थानों ने एमओयू की प्रक्रिया कर ली है।
चिकित्सा संस्थानों में हर माह की 9, 18 और 27 तारीख को सभी लाभार्थी गर्भवती महिलाएं सोनोग्राफी करवा पाएंगी। { कम से कम 12 हफ्ते और उससे ज्यादा की गर्भवती महिलाएं नि:शुल्क सोनोग्राफी करवा पाएगी।
इसके लिए गर्भवती महिलाओं को जन आधार कार्ड और उसमें लिंक मोबाइल नम्बर वाला मोबाइल हॉस्पिटल में लेकर जाना होगा। { लिंक मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से क्यू आर कोड आधारित ‘ई-वाउचर’ भेजा जाएगा।
30 दिनों के अंदर लाभार्थी महिला सोनोग्राफी करवा सकेगी। यह समय महिला की परिस्थितियों के मुताबिक 30 दिन तक और बढ़ाया जा सकेगा।