राजस्थान के चित्तौड़गढ़ स्थित प्रसिद्ध श्रीसांवलियाजी मंदिर में जलझूलनी एकादशी के अवसर पर एक कार्यक्रम चल रहा था। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान विवाद हो गया, जिसका वीडियो सामने आया है। मंच पर हो रहे नृत्य को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद एक शिक्षक ने इसे रोकने की कोशिश की, जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ और मंच पर ही मारपीट शुरू हो गई और गालियाँ भी दी गईं। वहाँ मौजूद लोगों ने इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।
शिक्षक मंच पर चढ़े
इस वीडियो में दिख रहा है कि मंच पर कुछ महिला नर्तकियाँ खड़ी हैं। कार्यक्रम के अन्य कलाकार और आयोजक भी मौजूद हैं। मंच पर एक व्यक्ति गुस्से में दिख रहा है, जो एक शिक्षक है। उसके हाथ में माइक है और वह कहता है कि यह कार्यक्रम यहीं बंद कर देना चाहिए। वह कहता है कि कलाकारों को तेजाजी महाराज, रामदेव बाबा और जया किशोरी के भजन गाने चाहिए। वह आदेशात्मक लहजे में कहता है, "कौन सा भजन गाओगे? तुम तो सिर्फ़ सांवलिया सेठ के भजन ही गाओगे।" कलाकार माइक लेकर अपनी बात कहने की कोशिश करता है, लेकिन शिक्षक कहता है कि यह कार्यक्रम आने वाली पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए है। वह उन्हें बताता है कि यह उनका आखिरी कार्यक्रम है और अगले साल से उन्हें आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
आयोजकों का स्पष्टीकरण
इसके बाद कलाकार माइक पकड़ता है और कहता है कि वह पहले भी धार्मिक संध्या कार्यक्रम करता रहा है और देशभक्ति के गीत गाता रहा है। उसने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी और ओम बिरला के सामने भी कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुका है और उसके कार्यक्रम सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं। उसने कहा कि आयोजकों ने ही जनता की माँग पर उससे नृत्य गीत प्रस्तुत करने का अनुरोध किया था।
शिक्षक की एक बात पर हंगामा मच गया
लेकिन शिक्षक नहीं मानता और उन्हें कार्यक्रम बंद करने के लिए कहता है और कहता है कि वह यहाँ अश्लील नृत्य नहीं होने देगा। महिला नर्तकियों की ओर देखते हुए उसने कहा, "तुमने आधे कपड़े क्यों पहने हैं? इन्हें उतारो और सबके सामने, परिवार के सामने नाचो!" उनके इस बयान के बाद हंगामा मच गया और नर्तकियों और कलाकारों ने शिक्षक पर चिल्लाना शुरू कर दिया कि उन्होंने उन्हें कपड़े उतारने को कहा है और वह महिलाओं का अपमान कर रहे हैं। इस पर जमकर हंगामा हुआ और पहले तो मंच पर ही शिक्षक की पिटाई हुई और फिर पुलिस आ गई। बाद में मंदिर समिति ने कार्यक्रम में बाधा डालने और महिलाओं से मारपीट करने के आरोप में शिक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
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