देहरादून। उत्तराखंड में यमुनोत्री के मुख्य पड़ाव स्यानाचट्टी में यमुना पर बनी झील लगातार विस्तार ले रही है। अब तक गढ़वाल मंडल विकास निगम का विश्राम गृह, पुलिस चौकी, दो स्कूल व 30 से अधिक आवासीय भवन झील में डूबा चुके और अन्य आवासीय भवनों पर खतरा मंडरा रहा है। इस बीच जिलाधिकारी व यमुनोत्री विधायक भी मौके पर पहुंच गए हैं। स्यानाचट्टी में मलबा आने से निर्मित झील को जल्द से जल्द खोलने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, खाद्य आपूर्ति और लोक निर्माण विभाग (पीडबल्यूडी) की टीमों सहित सभी एजेंसियां मौके पर हैं । जिलाधिकारी प्रशांत आर्य मौके पर हैं। साथ ही यमुनोत्री के विधायक संजय डोभाल भी स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं ।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने शुक्रवार को कहा कि स्थानीय लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रशासन सभी सुरक्षात्मक उपाय कर रहा है। साथ ही मलबे से बनी कृत्रिम झील को खोलने के लिए सभी संबंधित एजेंसियां भी मौके पर हैं। स्तिथि अनुकूल होते ही झील को खोलने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने कहा कि स्थानीय लोगों को काफी नुकसान हुआ है और वे प्रत्येक परिवार से संपर्क भी कर रहे हैं। प्रभावितों को उचित मदद मिले और जल्द से जल्द झील से पानी को निकाला जा सके, इसके प्रयास हो रहे हैं।
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