मैड्रिड, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) .यूरोपियन Football में एक बड़ी कानूनी लड़ाई के बीच स्पेन की राजधानी मैड्रिड की अदालत ने बुधवार को द यूनियन ऑफ यूरोपियन Football एसोसिएशन (यूएफा) की सुपर लीग से जुड़ी अपील को खारिज कर दिया. इसके बाद रियल मैड्रिड क्लब ने यूएफा से “बड़े पैमाने पर” मुआवजे की मांग करने की घोषणा की है.
दरअसल, साल 2021 में यूरोप के 12 शीर्ष क्लबों — जिनमें रियल मैड्रिड और बार्सिलोना शामिल थे — ने मिलकर सुपर लीग बनाने की योजना पेश की थी. हालांकि इंग्लिश क्लबों के प्रशंसकों के तीव्र विरोध और यूएफा व फीफा की धमकियों के कारण यह परियोजना कुछ ही दिनों में ध्वस्त हो गई.
दिसंबर 2023 में यूरोपीय न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि सुपर लीग पर लगाया गया प्रतिबंध यूरोपीय कानून के खिलाफ है. इसके बाद एक स्पेनिश जज ने भी कहा था कि यूएफा और फीफा ने सुपर लीग का विरोध करके मुक्त प्रतिस्पर्धा को बाधित किया और अपने प्रभुत्व का दुरुपयोग किया.
अब मैड्रिड की अदालत ने यूएफा के साथ-साथ ला लीगा और स्पेनिश Football फेडरेशन द्वारा दायर की गई अपीलों को भी खारिज कर दिया है. हालांकि अदालत के फैसले का दायरा सीमित माना जा रहा है क्योंकि संबंधित नियम इस बीच पूरी तरह से बदल दिए गए हैं.
रियल मैड्रिड ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए एक आधिकारिक बयान में कहा, “यह फैसला पुष्टि करता है कि सुपर लीग मामले में यूएफा ने यूरोपीय संघ के मुक्त प्रतिस्पर्धा के नियमों का गंभीर उल्लंघन किया है.”
क्लब ने आगे कहा कि वह “विश्व Football और प्रशंसकों के हित में काम करना जारी रखेगा, साथ ही यूईएफए से पर्याप्त हर्जाना भी मांगेगा.”
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(Udaipur Kiran) दुबे
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