गुरुग्राम: मिलेनियम सिटी में करीब 50 हजार रुपये मासिक किराये पर फ्लैट लेकर ऑनलाइन ठगी का धंधा चलाया जा रहा था। यहां लिवइन में रह रहे युवक-युवती को साइबर क्राइम वेस्ट पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। पुरानी गाड़ियों की खरीद-फरोख्त के बहाने लोगों से बात कर आरोपी रुपये ऐंठ लेते थे। दोनों अभी तक 15 मामलों में करीब दो करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। आरोपी सेक्टर-77 के जगमीत सिंह उर्फ सूरज लांबा और अमृता कौर को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने दो दिन का रिमांड हासिल किया है। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।
गाड़ी खरीदने का लालच देकर ठगी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक शख्स के साथ गाड़ी खरीदने का लालच देकर ठगी कर ली गई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि कॉल के जरिए आरोपी ने उन्हें फॉरच्यूनर गाड़ी खरीदने का लालच दिया। गाड़ी दिखाने के बाद 50 हजार रुपये एडवांस ट्रांसफर करवाए और फिर अलग-अलग बहानों से उनसे और रुपये ऐंठे गए। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में इंस्पेक्टर संदीप कुमार की टीम ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी
आरोपियों ने बताया कि वह लिवइन रिलेशनशिप में किराए के फ्लैट में रहते हैं। इसका हर महीने का किराया 50 हजार रुपये है। दोनों इंटरनेट पर महंगी गाड़ियों के विज्ञापन देखकर मालिक से संपर्क करते थे। गाड़ी बुक करने के बाद विज्ञापन हटवाकर खुद मालिक बनकर इंटरनेट पर नया विज्ञापन डालते और खरीदारों से रुपये ठग लेते। ठगी का पैसा एक जूलर के खाते में डालकर गहने खरीदते और उसे दिल्ली में बेच देते। आरोपी महिला ठगी की साजिश रचने और इंटरनेट पर विज्ञापन डालने में शामिल थी। पुलिस जांच में पता चला कि जगमीत सिंह पहले भी इनोवा गाड़ी की ठगी के मामले में भौंडसी जेल में 30 दिन और फॉरच्यूनर ठगी के मामले में पंजाब की जालंधर जेल में 45 दिन रह चुका है। उसके खिलाफ साइबर ठगी के 6 मामले दर्ज हैं।
गाड़ी खरीदने का लालच देकर ठगी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक शख्स के साथ गाड़ी खरीदने का लालच देकर ठगी कर ली गई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि कॉल के जरिए आरोपी ने उन्हें फॉरच्यूनर गाड़ी खरीदने का लालच दिया। गाड़ी दिखाने के बाद 50 हजार रुपये एडवांस ट्रांसफर करवाए और फिर अलग-अलग बहानों से उनसे और रुपये ऐंठे गए। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में इंस्पेक्टर संदीप कुमार की टीम ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी
आरोपियों ने बताया कि वह लिवइन रिलेशनशिप में किराए के फ्लैट में रहते हैं। इसका हर महीने का किराया 50 हजार रुपये है। दोनों इंटरनेट पर महंगी गाड़ियों के विज्ञापन देखकर मालिक से संपर्क करते थे। गाड़ी बुक करने के बाद विज्ञापन हटवाकर खुद मालिक बनकर इंटरनेट पर नया विज्ञापन डालते और खरीदारों से रुपये ठग लेते। ठगी का पैसा एक जूलर के खाते में डालकर गहने खरीदते और उसे दिल्ली में बेच देते। आरोपी महिला ठगी की साजिश रचने और इंटरनेट पर विज्ञापन डालने में शामिल थी। पुलिस जांच में पता चला कि जगमीत सिंह पहले भी इनोवा गाड़ी की ठगी के मामले में भौंडसी जेल में 30 दिन और फॉरच्यूनर ठगी के मामले में पंजाब की जालंधर जेल में 45 दिन रह चुका है। उसके खिलाफ साइबर ठगी के 6 मामले दर्ज हैं।
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