नई दिल्ली: सेना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विवादित बयान पर उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा उनके बचाव में कूद पड़ी हैं। प्रियंका का दावा है कि उनके भाई ने सेना का अपमान नहीं किया है और न ही कभी करेंगे। इसके बजाए उन्होंने बीजेपी पर ही पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही निशाना साध दिया है। राहुल गांधी ने दावा किया है कि देश की सेना पर भी 10 प्रतिशत जनसंख्या का ही नियंत्रण है।
'मेरे भाई ने ऐसा कुछ नहीं कहा'
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की प्रचार करने पश्चिम चंपारण पहुंचीं केरल की वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, 'मोदी जी को मैं सुझाव देती हूं कि वो एक अपमान मंत्रालय खोल लें... क्योंकि हर दो दिन पर कोई नया अपमान..। मेरे भाई ने ऐसा कुछ नहीं कहा जिससे सेना का अपमान हो..ऐसा कुछ नहीं कहा और ना कभी कहेंगे। ठीक है...क्योंकि सेना के लिए सबसे ज्यादा जो अच्छाई चाहते हैं..जो देश के भक्त हैं, वो मेरे भाई हैं।...वे डरते नहीं हैं...खड़े होते हैं...इसलिए ये लोग ऐसा दिखाते हैं।'
'सेना भी 10% आबादी के कंट्रोल में'
इससे पहले मंगलवार को पहले चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राहुल गांधी ने औरंगाबाद और कुटुम्बा की रैलियों में आरोप लगाया था कि 'देश की 10 प्रतिशत आबादी का ही सेना पर भी नियंत्रण है।' उनके इस दावे को सेना को जाति के आधार पर विभाजित करने के तौर पर देखा गया, क्योंकि उनका इशारा ऊंची जातियों की ओर था। यूपी की रायबरेली से सांसद राहुल ने कहा, 'देश की सिर्फ 10 प्रतिशत आबादी को कॉरपोरेट सेक्टर, नौकरशाही और न्यायपालिका में मौका मिल पाता है...यहां तक कि सेना भी उनके कंट्रोल में है। बाकी 90 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग, दलित, एसटी और अल्पसंख्यक कहीं भी नजर नहीं आते।'
'सेना को राजनीति में न घसीटें'
राहुल के इस बयान की बुधवार को बिहार में ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने 'सेना को राजनीति में घसीटने' के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा,'आरक्षण होना चाहिए। हम (बीजेपी) भी आरक्षण का समर्थन करते हैं। हमने गरीबों को आरक्षण दिया है। लेकिन, जब सेना की बात आती है, हमारे सैनिक का सिर्फ एक ही धर्म है-सैन्य धर्म। इसके अलावा कोई धर्म नहीं है। सेना को राजनीति में ना घसीटें। जब भी देश पर कोई संकट आया है, हमारे सैनिकों ने अपनी बहादुरी और हौसले से देश को गौरवांवित किया है।'
'पूर्वजों ने कभी ऐसा सोचा भी नहीं होगा'
बीजेपी नेता राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि 'देश को जाति, संप्रदाय और धर्म की इस राजनीति ने बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। हमारा मानना है कि समाज के सभी वर्गों को प्रगति करनी चाहिए। हम सभी को लेकर चलना चाहते हैं, बिना जाति, संप्रदाय या धर्म में भेदभाव किए। हमारे संतों और पूर्वजों ने कभी विभाजन के बारे में कभी सोचा भी नहीं था।' राजनाथ और प्रियंका दोनों बिहार के दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में पहुंचे थे, जहां 11 नवंबर को मतदान होना है।
'मेरे भाई ने ऐसा कुछ नहीं कहा'
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की प्रचार करने पश्चिम चंपारण पहुंचीं केरल की वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, 'मोदी जी को मैं सुझाव देती हूं कि वो एक अपमान मंत्रालय खोल लें... क्योंकि हर दो दिन पर कोई नया अपमान..। मेरे भाई ने ऐसा कुछ नहीं कहा जिससे सेना का अपमान हो..ऐसा कुछ नहीं कहा और ना कभी कहेंगे। ठीक है...क्योंकि सेना के लिए सबसे ज्यादा जो अच्छाई चाहते हैं..जो देश के भक्त हैं, वो मेरे भाई हैं।...वे डरते नहीं हैं...खड़े होते हैं...इसलिए ये लोग ऐसा दिखाते हैं।'
#WATCH | West Champaran, Bihar: On Rahul Gandhi's comment "10% of the population have control over army", Congress MP Priyanka Gandhi Vadra says, "Modi ji ko main sujhaav deti hoon ki woh ek 'apmaan' mantralaya khol le'... My brother did not say anything that would insult the… pic.twitter.com/s0UOveukJK
— ANI (@ANI) November 5, 2025
'सेना भी 10% आबादी के कंट्रोल में'
इससे पहले मंगलवार को पहले चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राहुल गांधी ने औरंगाबाद और कुटुम्बा की रैलियों में आरोप लगाया था कि 'देश की 10 प्रतिशत आबादी का ही सेना पर भी नियंत्रण है।' उनके इस दावे को सेना को जाति के आधार पर विभाजित करने के तौर पर देखा गया, क्योंकि उनका इशारा ऊंची जातियों की ओर था। यूपी की रायबरेली से सांसद राहुल ने कहा, 'देश की सिर्फ 10 प्रतिशत आबादी को कॉरपोरेट सेक्टर, नौकरशाही और न्यायपालिका में मौका मिल पाता है...यहां तक कि सेना भी उनके कंट्रोल में है। बाकी 90 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग, दलित, एसटी और अल्पसंख्यक कहीं भी नजर नहीं आते।'
'सेना को राजनीति में न घसीटें'
राहुल के इस बयान की बुधवार को बिहार में ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने 'सेना को राजनीति में घसीटने' के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा,'आरक्षण होना चाहिए। हम (बीजेपी) भी आरक्षण का समर्थन करते हैं। हमने गरीबों को आरक्षण दिया है। लेकिन, जब सेना की बात आती है, हमारे सैनिक का सिर्फ एक ही धर्म है-सैन्य धर्म। इसके अलावा कोई धर्म नहीं है। सेना को राजनीति में ना घसीटें। जब भी देश पर कोई संकट आया है, हमारे सैनिकों ने अपनी बहादुरी और हौसले से देश को गौरवांवित किया है।'
'पूर्वजों ने कभी ऐसा सोचा भी नहीं होगा'
बीजेपी नेता राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि 'देश को जाति, संप्रदाय और धर्म की इस राजनीति ने बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। हमारा मानना है कि समाज के सभी वर्गों को प्रगति करनी चाहिए। हम सभी को लेकर चलना चाहते हैं, बिना जाति, संप्रदाय या धर्म में भेदभाव किए। हमारे संतों और पूर्वजों ने कभी विभाजन के बारे में कभी सोचा भी नहीं था।' राजनाथ और प्रियंका दोनों बिहार के दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में पहुंचे थे, जहां 11 नवंबर को मतदान होना है।
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