अलीगढ़। 'हमारे बेटे अभिषेक गुप्ता से पूजा शकुन पांडे के करीबी संबंध हो गए थे। वो अभिषेक के ऊपर साथ रहने का दबाव भी बना रही थी, शादी करने के लिए उसे धमकाती थी। अभिषेक अगर कहीं चला जाए तो उसे वीडियो कॉल करके पूछती थी कि वह कहां है। मेरे बेटे ने उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया था, लेकिन फिर भी उसने पीछा नहीं छोड़ा और आखिरकार मेरे बेटे को मरवा दिया...।' ये बोल हैं उस पिता के, जिनका जवान बेटा अब इस दुनिया में नहीं हैं। हत्या का आरोप है महामंडलेश्वर और अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे उर्फ अन्नपूर्णा भारती पर।
वो 26 सितंबर 2025 की रात थी, जब लगभग साढ़े 9 बजे अभिषेक गुप्ता की लाश अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे के पास मिली। बाइक पर आए दो हमलावर आए और तमंचे से उन्हें गोलियां मारकर चले गए। खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जब इस कत्ल की तहकीकात शुरू हुई तो दो नाम निकलकर सामने आए। पहला पूजा शकुन पांडे और दूसरा उसका पति अशोक पांडे। अभिषेक के परिजनों ने दोनों के नाम की एफआईआर दर्ज कराई और पुलिस कातिलों की तलाश में जुट गई।
मौका-ए-वारदात और आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। कड़ियों को जोड़ा गया तो अशोक पांडे और मोहम्मद फजल नाम का एक शूटर पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पूछताछ में उसने जो कहानी बताई, उसे सुनकर अधिकारियों के भी होश उड़ गए। इस पूरे कत्ल की साजिश पूजा शकुन पांडे और उसके पति अशोक पांडे ने रची थी। वही पूजा शकुन पांडे, जिसका कुछ साल पहले महात्मा गांधी के पुतले पर गोली चलाते हुए वीडियो वायरल हुआ था। महामंडलेश्वर होने के साथ-साथ पूजा अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव भी है।
साथ रहने की जिद और वीडियो कॉलपुलिस और अभिषेक गुप्ता के परिजनों के मुताबिक, कहानी शुरू होती है लगभग 7-8 साल पहले, जब पूजा के पिता अभिषेक को अपने साथ पढ़ाई के लिए अंबाला लेकर गए थे। दोनों परिवार एक दूसरे को पहले से जानते थे। लेकिन, धीरे-धीरे सबकुछ बदलने लगा। पूजा अभिषेक के ऊपर दबाव बनाने लगी कि वह उसके साथ रहे। अगर अभिषेक कहीं बाहर जाता तो उसे वीडियो कॉल कर यह जानने की कोशिश करती कि वह कहां गया है। इतना ही नहीं, पूजा अभिषेक को शादी करने के लिए भी धमकाने लगी थी।
नंबर ब्लॉक होते ही छटपटा गई पूजाइसी दौरान अभिषेक ने खैर इलाके में अपना बाइक का शोरूम खोला। पूजा ने करोड़ों रुपये के इस शोरूम में उसे पार्टनर बनाने के लिए कहा, लेकिन अभिषेक ने मना कर दिया। जब पूजा उसे ज्यादा फोन करने लगी, तो अभिषेक ने उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया। बस यहीं से, पूजा ने अभिषेक को खत्म करने का इरादा बना लिया। इस काम के लिए उसने फजल को चुना। फजल पेशे से वेल्डर है और पूजा को पिछले 7-8 साल से जानता है। पूजा ने फजल से कहा कि अभिषेक ने उनके साथ बहुत गलत किया है और इस आस्तीन के सांप को मारना है। एक लाख रुपये एडवांस देते हुए पूजा ने अभिषेक का फोटो इन्हें सौंप दिया।
पूजा से 11 बार हुई फजल की बातफजल ने आसिफ नाम के अपने दूसरे साथी को पूजा से मिलवाया और तीन लाख रुपये में अभिषेक के कत्ल की सुपारी तय हो गई। अगले कुछ दिनों तक फजल और आसिफ ने शोरूम पर अभिषेक की रेकी की और 26 सितंबर को मौका मिलते ही खेरेश्वर चौराहे पर उसके कत्ल को अंजाम दे दिया। पुलिस ने सीसीटीवी से पहचान कर फजल और अशोक को धर दबोचा। फजल के मोबाइल से पुलिस को पता चला कि कत्ल से पहले उसने पूजा से 11 बार और अशोक से 27 बार फोन पर बात की थी। आसिफ सहित पूजा अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है।
वो 26 सितंबर 2025 की रात थी, जब लगभग साढ़े 9 बजे अभिषेक गुप्ता की लाश अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे के पास मिली। बाइक पर आए दो हमलावर आए और तमंचे से उन्हें गोलियां मारकर चले गए। खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जब इस कत्ल की तहकीकात शुरू हुई तो दो नाम निकलकर सामने आए। पहला पूजा शकुन पांडे और दूसरा उसका पति अशोक पांडे। अभिषेक के परिजनों ने दोनों के नाम की एफआईआर दर्ज कराई और पुलिस कातिलों की तलाश में जुट गई।
मौका-ए-वारदात और आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। कड़ियों को जोड़ा गया तो अशोक पांडे और मोहम्मद फजल नाम का एक शूटर पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पूछताछ में उसने जो कहानी बताई, उसे सुनकर अधिकारियों के भी होश उड़ गए। इस पूरे कत्ल की साजिश पूजा शकुन पांडे और उसके पति अशोक पांडे ने रची थी। वही पूजा शकुन पांडे, जिसका कुछ साल पहले महात्मा गांधी के पुतले पर गोली चलाते हुए वीडियो वायरल हुआ था। महामंडलेश्वर होने के साथ-साथ पूजा अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव भी है।

साथ रहने की जिद और वीडियो कॉलपुलिस और अभिषेक गुप्ता के परिजनों के मुताबिक, कहानी शुरू होती है लगभग 7-8 साल पहले, जब पूजा के पिता अभिषेक को अपने साथ पढ़ाई के लिए अंबाला लेकर गए थे। दोनों परिवार एक दूसरे को पहले से जानते थे। लेकिन, धीरे-धीरे सबकुछ बदलने लगा। पूजा अभिषेक के ऊपर दबाव बनाने लगी कि वह उसके साथ रहे। अगर अभिषेक कहीं बाहर जाता तो उसे वीडियो कॉल कर यह जानने की कोशिश करती कि वह कहां गया है। इतना ही नहीं, पूजा अभिषेक को शादी करने के लिए भी धमकाने लगी थी।
नंबर ब्लॉक होते ही छटपटा गई पूजाइसी दौरान अभिषेक ने खैर इलाके में अपना बाइक का शोरूम खोला। पूजा ने करोड़ों रुपये के इस शोरूम में उसे पार्टनर बनाने के लिए कहा, लेकिन अभिषेक ने मना कर दिया। जब पूजा उसे ज्यादा फोन करने लगी, तो अभिषेक ने उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया। बस यहीं से, पूजा ने अभिषेक को खत्म करने का इरादा बना लिया। इस काम के लिए उसने फजल को चुना। फजल पेशे से वेल्डर है और पूजा को पिछले 7-8 साल से जानता है। पूजा ने फजल से कहा कि अभिषेक ने उनके साथ बहुत गलत किया है और इस आस्तीन के सांप को मारना है। एक लाख रुपये एडवांस देते हुए पूजा ने अभिषेक का फोटो इन्हें सौंप दिया।
पूजा से 11 बार हुई फजल की बातफजल ने आसिफ नाम के अपने दूसरे साथी को पूजा से मिलवाया और तीन लाख रुपये में अभिषेक के कत्ल की सुपारी तय हो गई। अगले कुछ दिनों तक फजल और आसिफ ने शोरूम पर अभिषेक की रेकी की और 26 सितंबर को मौका मिलते ही खेरेश्वर चौराहे पर उसके कत्ल को अंजाम दे दिया। पुलिस ने सीसीटीवी से पहचान कर फजल और अशोक को धर दबोचा। फजल के मोबाइल से पुलिस को पता चला कि कत्ल से पहले उसने पूजा से 11 बार और अशोक से 27 बार फोन पर बात की थी। आसिफ सहित पूजा अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है।
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