फूलों की घाटी: उत्तराखंड फूल प्रकृति के सबसे खूबसूरत उपहारों में से एक है। अपने घर को खूबसूरत बनाने के लिए लोग तरह-तरह के फूल लगाते हैं। अगर हम आपसे कहें कि धरती पर आपको फूलों की दुनिया देखने को मिलेगी तो हैरान होने की जरूरत नहीं है। उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में वैली ऑफ फ्लावर्स है जहां तरह-तरह के फूल आपका मन मोह लेंगे। ये फूल दिखने में इतने खूबसूरत और आकर्षक लगते हैं कि आप इस फूलों वाली घाटी के मुरीद हो जाएंगे। अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो जून का महीना बेस्ट है। जानिए आप वैली ऑफ फ्लावर कैसे पहुंच सकते हैं।
वैली ऑफ फ्लावर्स में जाकर आपको जन्नत जैसा अहसास होगा। यहां पहुंचने के लिए एक ट्रैक पर चलना होगा, जो दुनिया के सबसे खूबसूरत ट्रेक में से एक है। हर साल इस घाटी को देखने के लिए लाखों लोग पहुंचते है। 1 जून से 30 अक्टूबर तक कभी भी जा सकते हैं। लेकिन जुलाई से अगस्त तक का समय यहां घूमने के लिए सबसे सुंदर होता है। इस समय हल्की बारिश की वजह से मौसम खुशनुमा हो जाता है।
वैली ऑफ फ्लावर, उत्तराखंड
वैली ऑफ फ्लावर्स वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में भी शामिल है। यहां आपको 500 से ज्यादा तरह के फूल देखने को मिलेंगे। यहां फूलों की कुछ ऐसी प्रजातियां भी हैं जो सिर्फ इसी घाटी में देखने को मिलेंगी। जैसे ब्रह्म कमल जो उत्तराखंड का राज्य फूल है सिर्फ यहीं देखने को मिलेगा।
दिल्ली से वैली ऑफ फ्लावर्स की दूरी
दिल्ली से वैली ऑफ फ्लावर्स की दूरी 500 किलोमीटर है। यहां जाने के लिए आपको कम से कम 12 घंटे का समय लग जाएगा। आपको बता दें, फूलों की घाटी तक पहुंचने के लिए ऋषिकेश से जाना होगा। उसके आगे जोशीमठ के पास का गोविंदघाट सबसे नजदीकी क्षेत्र है, जो लगभग 17 किमी दूर है। यहां ट्रैकिंग के जरिए आप पहुंच सकते हैं।
फूलों की घाटी के लिए लेना होगा परमिट
फूलों की घाटी में जाने के लिए पर्यटकों को गंगरिया से परमिट लेना पड़ता है। परमिट 3 दिनों के लिए वैलिड होता है और आप केवल दिन के समय ही यहां ट्रैकिंग कर सकते हैं। ट्रैकिंग के लिए भारतीय नागरिकों को 200 रुपए वहीं विदेशी नागरिकों को 800 रुपये ट्रैकिंग फीस देनी होती है। इस ट्रैक पर आपको कई किलोमीटर पैदल चलना होगा। यकीन मानिए यहां पहुंचने के बाद आपको सबसे खूबसूरत जगह देखने को मिलेगी।
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